आंगनबाड़ी व आशा कार्यकत्री ने फिरौती के लिए चुराया आठ माह का बच्चा
, पुलिस ने दबोचा
मामला धर्मनगरी हरिद्वार का है। यहां एक एक आठ माह के बच्चे का फिरौती के लिए अपहरण किया गया। हैरानी की बात यह है कि अपहरण करने वालों में एक आंगनबाड़ी कार्यकत्री है और एक आशा कार्यकत्री।
अच्छी बात यह है कि बच्चे को पुलिस ने सकुशल बरामद कर लिया है।
जानकारी के मुताबिक पुलिस को जब बच्चा चोरी होने की सूचना मिली और दो महिलाओं व उसके परिवार पर शक होने पर घटना स्थल पर डॉग स्क्वायड की मदद ली गई। बच्चे के कपड़े व अन्य सामान सुंघाकर खोजी कुत्ता भी सीधे महिलाओं के घर पर गया।
सभी संदिग्ध लोगों के मोबाइल नम्बर से उनकी लोकेशन व सम्पर्क में आने वाले लोगों की जांच करने पर उनकी खोजबीन करना प्रारम्भ किया गया। और बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया।
रविवार संदिग्ध नम्बरों की लोकेशन भारत माता मन्दिर के पास पाये जाने पर तुरन्त सम्बन्धित टीमों द्वार क्षेत्र की घेराबन्दी की गयी। पुलिस टीम द्वारा मौके से भेजी गयी बच्चे की फोटो अपहृत बच्चे से मिलान होने पर समस्त टीम कर्मियों द्वारा पकड़ी गयी महिलाओं रुबी पत्नी अमित निवासी ग्राम हरि आवास थाना गागलहेड़ी सहारनपुर हाल निवासी / किरायेदार सीतापुर थाना ज्वालापुर (आशाकार्यकर्ता मौहल्ला लोधामण्ड़ी ज्वालापुर) व आशा पत्नी मनोज निवासी मौहल्ला कडच्छ थाना ज्वालापुर (आंगनबाडी कार्यकर्ता) से पूछताछ की गयी।
यह भी पढ़ें 👉 उत्तराखंड- घर से चोरी हुए आठ माह के बच्चे को पुलिस ने किया सकुशल बरामद
पूछताछ के बाद अपहरण मामले में शामिल किरन, अनिता, सुषमा निवासीगण मोहल्ला कड़च्छ और कपड़ा कारोबारी संजय की पत्नी पारूल को गिरफ्तार कर लिया गया। उन्होंने बताया कि किरन, सुषमा और अनिता ने मिलकर बच्चे का अपहरण किया था। उन्होंने बताया कि रविंद्र के घर के बराबर में रहने वाली किरन ही मौका पाकर सोते बच्चे को उठाकर लाई थी। उसने दूसरी गली में रहने वाली सुषमा को बच्चा सौंप दिया, सुषमा ने पड़ोस में रहने वाली अनीता को दिया। अनीता बच्चे को लेकर आशा कार्यकर्ता रूबी के हवाले किया।
यह भी पढ़ें 👉 न्जजंतंाींदकरू रफ्तार का कहर , बेकाबू डंपर ने बाइक सवारों को रौंदा