डोईवाला स्थित सेंट्रल इंस्टिट्यूट ऑफ़ पेट्रोकेमिकल इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी संस्थान में पूर्व मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत द्वारा भ्रमण किया गया। केंद्र प्रमुख श्री अभिषेक राजवंश द्वारा मुख्य अतिथि का स्वागत किया गया। उत्तराखंड स्किल डेवलपमेंट मिशन द्वारा प्रायोजित गैर-आवासीय कार्यक्रम का उद्घाटन किया गया। कार्यक्रम की शुरुवात दीप प्रज्वलन के साथ की गयी। केंद्र प्रमुख श्री राजवंश ने संस्थान में संचालित किये जाने वाले कार्यक्रमों की जानकारी देते हुए बताया कि केन्द्रीय पेट्रोकेमिकल्स इंजीनियरिंग एवं तकनीकी संस्थान (CIPET), रसायन और पेट्रोरसायन विभाग, रसायन और उर्वरक मंत्रालय, भारत सरकार के अंतर्गत एक प्रमुख राष्ट्रीय संस्थान है जो पूरी तरह से कौशल विकास, तकनीकी सहायता, शैक्षणिक और रिसर्च (STAR) के लिए समर्पित है । सिपेट एक ISO9001 प्रमाणित एवं NABL ISO-17025 तथा ISO-17020 मान्यता प्राप्त संस्थान है।
सिपेट देहरादून को ISO/IEC: 17025 के अनुसार विभिन्न प्लास्टिक उत्पादों और मेटेरियल के परीक्षण हेतु NABL मान्यता प्राप्त हुई है जिससे वह इस क्षेत्र में उद्योगों साथ साथ विभिन्न सरकारी विभागों को उनके परीक्षण और गुणवत्ता नियंत्रण आवश्यकताओं की पूर्ति हेतु सहायता प्रदान कर सकता है । सिपेट उत्तराखंड राज्य में प्रथम सरकारी NABL प्रमाणित लैब बन गयी है |
CIPET की परीक्षण सेवाओंकाउपयोग डेयरीविकास,पेयजल, सिंचाई, लोक स्वास्थ्य अभियांत्रिकी, नगर निगम, पीडब्ल्यूडी, कृषि, बागवानी, नागरिक आपूर्ति आदि विभागों द्वारा किया जा सकता है जो पॉली फिल्म्स, UPVC/ HDPE पाइप और फिटिंग, खाद्य ग्रेड पैकेजिंग के लिए बोरी, बैग आदि प्लास्टिक्स उत्पादों का प्रयोग करते हैं।
सिपेट में उत्तराखंड स्किल डेवलपमेंट मिशन, देहरादून द्वारा प्रायोजित गैर-आवासीय कार्यक्रम का उद्घाटन किया गया। कार्यक्रम की शुरुवात दीप प्रज्वलन के साथ की गयी। केंद्र प्रमुख श्री राजवंश ने संस्थान में संचालित किये जाने वाले कार्यक्रमों की जानकारी देते हुए बताया वर्तमान में सिपेट संस्थान में तीन वर्षीया डिप्लोमा कार्यक्रम संचालित किये जा रहे है जिसमे वर्तमान में 456 छात्र-छात्राए शिक्षा ग्रहण कर रहे है। कौशल विकास कार्यक्रमों में 128 छात्र-छात्राए शिक्षा ग्रहण कर रहे है। शीघ्र ही 100 विद्यार्थियों हेतु पेट्रोनेट LNG, दिल्ली द्वारा CSR अंतर्गत प्रायोजित कौशल कार्यक्रम शुरू किये जायेंगे। राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन, देहरादून द्वारा भी कौशल कार्यक्रमों हेतु स्वीकृति भी शीघ्र प्राप्त हो जाएगी।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत जी ने छात्रों को संबोधित करते हुए भारत के महान अभियंता एवं राजनयिक सर श्री एम. विश्वेश्वरय्या के जन्मदिवस पर याद करते हुए उनके अभूतपूर्व योगदान को बताया साथ ही सिपेट की स्थापना के उद्द्शेय को बताया कि इस संसथान के उत्तराखंड राज्य में खुलने से युवाओ के लिए पेट्रोकेमिकल से सम्बंधित उद्योगों में रोजगार के नए विकल्प उपलब्ध होंगे एवं कौशल विकास कार्यक्रमों के माध्यम से छात्र- छात्राओं को निशुल्क प्रशिक्षण के साथ साथ भोजन एवं आवास सम्बन्धी सुविधाओ का लाभ भी मिल सकेगा | मुख्य अतिथि महोदय ने स्वर्गीय श्री अनन्त कुमार (पूर्व कैबिनेट मंत्री, भारत सरकार ) को याद करते हुए एवं उनके सिपेट के उत्तराखंड राज्य में खुलने एवं इसके माध्यम से राज्य के युवाओ को रोजगार दिलाने के लिए किये जाने वाले प्रयासों को याद किया। अपने भाषण में पूर्व मुख्यमंत्री ने युवाओ को नौकरी करने के अतिरिक्त स्वरोजगार कर औद्योगिक इकाईयों को लगाकर आत्मनिर्भर भारत बनाने में सहयोग करने को कहा। इसके पश्चात् मुख्य अतिथि द्वारा छात्र-छात्राओं को प्रशिक्षण सामग्री एवं यूनिफार्म का वितरण किया गया। मुख्य अतिथि महोदय ने छात्रों को मशीनों पर मिलने वाली प्रायोगिक शिक्षा को देखते हुए संस्थान के सभी संबधित विभागों – NABL प्रमाणित प्लास्टिक परिक्षण प्रयोगशाला, प्लास्टिक प्रोसेसिंग वर्कशॉप, टूल रूम , कैड-कैम जैसे विभागों का भी भ्रमण किया। पूर्व मुख्यमंत्री द्वारा संस्थान में पौधारोपण भी किया गया।