आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत सक्रिय हो गए हैं। हरदा ने अपने पोस्ट में लिख है कि भाजपा ने तीन मुख्यमंत्री नहीं दिये बल्कि गलत बयानी की एक लंबी लाइन खींच दी। पहले माननीय मुख्यमंत्री जी ने कहा कि मैंने सात लाख लोगों को रोजगार दे दिया है। जब उनसे सवाल किया वो सात लाख कहां हैं! विभागवार, क्षेत्रवार बताइये तो वो हट गये। दूसरे आये उन्होंने कहा कि हमने दो लाख लोगों को नौकरी दे दी है। जब उनसे पूछा ये दो लाख कहां से नौकरियां दी हैं, आप हमको उन विभागों के नाम बताइए तो वो भी कन्नी काट गए। अब तीसरे महाशय हैं वो कह रहे हैं कि मैं एक लाख स्वरोजगार सृजित करूंगा। खैर उन्होंने दावा जरा कम रखा है, लेकिन यह वो भी नहीं बता रहे हैं कि 1,00,000 स्वरोजगार किन-किन क्षेत्रों में पैदा होंगे! ताकि लोग नजर रख सकें कि ये स्वरोजगार पैदा हुए हैं और प्रशंसा कर सकें। अभी दो माह बाद आचार संहिता लग जाएगी, दावा बड़ा। लोगों को सपने ऐसे दिखाइए जिन सपनों को पूरी करने की आपके पास क्षमता हो और आपका अनुभव, पुराना रिकॉर्ड यह कहता हो कि आप उन सपनों को पूरा कर सकते हैं। यह काम केवल-केवल हम कर सकते हैं, हमारी पार्टी कर सकती है।