2 अक्टूबर के कार्यक्रमों को लेकर प्रशासन पूरी की तैयारी
महात्मा गांधी जी की जयंती के अवसर पर दिनांक 02 अक्टूबर 2021 को प्रातः 8ः00 बजे सभी राजकीय भवनों पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाएगा। वहीं सभी कार्यालयों, विद्यालयों और दूसरी संस्थाओं के किसी बड़े हॉल या कक्ष में वरिष्ठ अधिकारी, प्रधानाचार्य या अध्यक्ष द्वारा महात्मा गांधी के एक बड़े चित्र का अनावरण व माल्यार्पण किया जाएगा।
अपर जिलाधिकारी गढ़वाल इला गिरी के द्वारा महात्मा गांधी जी की जयंती के समारोह कार्यक्रम के सफल संपादन हेतु जनपद स्तरीय संबंधित अधिकारियों को कार्यभार सौंपा गया है। कहा कि कलेक्ट्रेट परिसर पौड़ी में राजकीय बालिका इंटर कॉलेज पौड़ी की छात्राओं द्वारा राम धुन एवं गांधी जी के भजनों का गायन किया जाएगा। गांधी जी के जीवन संघर्ष, उनकी देशसेवा, उनके जीवन मूल्यों पर प्रकाश डाला जाएगा। विशेष रूप से निर्बलों के कल्याण संबंधी अंत्योदय की उनकी अवधारणा, भावनात्मक एकता, राष्ट्रीय एकता एवं अखंडता के संबंध में उनके विचारों का संक्षिप्त परिचय दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि प्रातः 8ः30 बजे स्कूलों/कॉलेजों में गांधीवादी जीवन दृष्टि का प्रचार तथा गांधीजी के जीवन के विभिन्न पहलुओं पर विद्यार्थियों के मध्य वाद-विवाद या गोष्ठी, जिसमें जातिगत भेदभाव से दूर रहकर समाज में समता और समरसता लाने पर बल दिया जाए। मानवाधिकारों की सुरक्षा तथा निर्बलों के उत्पीड़न को समाप्त करने के लिए शासन की प्रतिबद्धता से जनसाधारण को अवगत कराया जाएगा। कहा कि प्रातः 9ः00 बजे कंडोलिया में महात्मा गांधी जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण तथा नगर पालिका पौड़ी द्वारा आसपास सफाई व्यवस्था किया जाएगा। कहा कि प्रातः 9ः30 विभिन्न संस्थाओं एवं कार्यकर्ताओं की सहायता से प्रौढ़ शिक्षा एवं साक्षरता को बढ़ावा देने तथा सामाजिक विषमता के अभिशाप के उन्मूलन के लिए आम जनता का आहवान किया जाएगा तथा कार्यक्रम को नई गति प्रदान की जाएगी। प्रातः 10ः00 महिलाओं की उन्नति के लिए गांधी जी द्वारा बताए गए, मार्ग का अनुसरण करने, बालिका शिक्षा के प्रचार, दहेज प्रथा की समाप्ति तथा महिलाओं को आर्थिक सामाजिक क्षेत्र में आगे बढ़ाने के लिए सामाजिक चेतना पैदा करने हेतु प्रभावी अभियान चलाया जाएगा। कहा कि 11ः00 बजे से 12ः00 बजे तक विकास भवन पौड़ी में गांधीजी के सिद्धांतों पर कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिसके तहत गांधी जी के नेतृत्व में चलाए गए स्वाधीनता आंदोलन, उत्तराखंड में इसका व्यापक प्रभाव, गांधी जी द्वारा दिए गए रचनात्मक कार्यक्रमों, स्वदेशी आंदोलन, नमक सत्याग्रह, व्यक्तिगत सत्याग्रह आदि पर प्रकाश डाला जाएगा। साथ ही सादा जीवन उच्च विचार, नैतिकता, भाईचारा तथा सर्व धर्म सम्भाव जैसे आदर्श जीवन मूल्यों को अपनाने की प्रेरणा दी जाएगी। पंथ निरपेक्षता की मूल अवधारणाओं पर प्रकाश डाला जाएगा। सार्वजनिक संस्थानों तथा गांधी जी के विचारों में आस्था रखने वाली स्वयंसेवी संस्थाओं की सहायता से रचनात्मक कार्यक्रमों को बढ़ावा देने के साथ ही समरसत्ता, सदभाव और सहयोग पर आधारित आदर्श समाज की संरचना की आवश्यकता को रेखांकित किया जाएगा। इसके अलावा राष्ट्रपिता द्वारा लघु, कुटीर एवं खादी ग्रामोद्योगों के विकास व उन्नयन के संबंध में उत्तराखंड में ऐसे उद्योगों के महत्व को देखते हुए आमजन को ऐसे उद्योगों की ओर उन्मुख किए जाने हेतु प्रेरित किया जाये।