किसी भी गांव में न हो पेयजल संकट की समस्या, अधिकारी रखें विशेष ध्यान : डीएम
जिलाधिकारी ने की पेयजल और किसान योजना की समीक्षा बैठक
जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान ने मंगलवार को वर्चुअल माध्यम से पेयजल संकट और पीएम किसान सम्मान निधि योजना को लेकर अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने जल संस्थान व जल निगम के अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिये कि जिन गांवों को पेयजल समस्या हेतु चिन्हित किया गया है, वहां नियमित रूप से पानी के टैंकर भेजा जाय।
बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि पेयजल को लेकर आ रही जन शिकायतों का गंभीरता से संज्ञान लें और उनका निस्तारण हमारी प्राथमिकता हो। उन्होंने जल संस्थान और जल निगम के अधिकारियों को निर्देश दिये कि जहां पेयजल की समस्या है वहां ग्राउंड सर्वे कराया जाय ताकि पेयजल की वास्तविक स्थिति का पता चल सके। साथ ही उन्होंने सभी उपजिलाधिकारियों और खंड विकास अधिकारियों को भी निर्देश दिये कि वे अपने-अपने क्षेत्र में पेयजल समस्याओं की जानकारी संबंधित विभागों को उपलब्ध कराएं, जिससे समय से आवश्यक कार्रवाई की जा सके।
बैठक में बताया गया कि अब तक पेयजल कंट्रोल रूम में कुल 131 शिकायतें प्राप्त हुई हैं, जिनमें से 126 का निस्तारण किया जा चुका है और शेष 5 शिकायतों का समाधान भी शीघ्र कर दिया जाएगा।
इसके अलावा जिलाधिकारी ने पीएम किसान सम्मान निधि योजना की भी समीक्षा की। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिये कि पात्र किसानों को योजना का लाभ हर हाल में दिलाया जाय और लाभार्थियों की जानकारी पोर्टल पर समय से अपडेट की जाय। साथ ही उन्होंने कहा कि जो भी किसान खेती से जुड़ा है, उसे योजना से वंचित न रखा जाय। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को सख़्त निर्देश देते हुये कहा कि गंभीरता से कार्य न होने पर किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी।
बैठक में जिला विकास अधिकारी मनविंदर कौर, अधीक्षण अभियंता जल संस्थान पी.के. सैनी, जल निगम मो. मीशम, उप जिलाधिकारी रेखा आर्य, अनिल चन्याल, मुख्य कृषि अधिकारी विकेश कुमार यादव, तहसीलदार कोटद्वार साक्षी उपाध्याय, पौड़ी दीवान सिंह राणा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।