जिलाधिकारी डा विजय कुमार जोगदंडे ने कहा कि जनपद में निर्यात प्रोत्साहन हेतु जो सुविधाएं/साधन हमारे पास उपलब्ध है, उनमें और अधिक सुधार करते हुए उनको बेहतर बनाए जाए ताकि इसका उपयोग जनपद देहरादून को निर्यात हब बनाने में सहायता मिल सकें। इसके लिए बेहतर परिवहन की सुविधा हेतु नेटर्वक बनाते हुए देहरादून को बिजनेस कॉरिडोर से जोड़े जाए। जिलाधिकारी ने कहा कि राज्य के स्थानीय प्रोडक्टस को राज्य के नाम पर ही ब्राडिंग कर बाजारों में लाया जाए ताकि राज्य के स्थानीय प्रोडक्टस की मार्केट में ब्राडिंग की जा सकें। उन्होंने स्थानीय उत्पादों के निर्यात हेतु सप्लाई चेन को मजबूत करने हेतु सक्रिय संगठनों/संघों को इससे जोड़ते हुए कार्य करने को कहा। निर्यात प्रोत्साहन सुविधाएं/साधन विकसित करने में जो स्थानीय स्तर पर जो बाधाएं सामने आ रही है उनका आपसी समन्वय से निस्तारण करने को कहा।
जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद के प्रचलित स्थानीय ब्रांड को राज्य के ब्रांड हिंलास के नाम से बाजारों में उतारने तथा इसके लिए प्रक्रिया सरल बनाने की दिशा में कार्य करने को कहा ताकि जनपद के ऐसे स्थानीय उत्पाद जो बहुत ही गुणवत्ता पूर्वक है किन्तु राज्य के स्थानीय ब्रांड से जोड़े जाने की प्रक्रिया लंबी होने के कारण उनको इसका लाभ नहीं मिल पाने के कारण पिछड़ जाते है, इसमें प्रक्रिया सरल करने पर बल दिया जाए। साथ ही कहा कि युवाओं को दिये जाने वाले कौशल विकास प्रशिक्षण में धरातलीय अनुभव को विकसित किया जाय। कहा कि राज्य की परम्परागत पद्वति को भी अनुश्रवण करने की जरूरत है। बैठक में डिप्टी डीजीएफटी भारत सरकार तसलीम अहमद द्वारा स्थानीय प्रोडक्टस के निर्यात के संबंध में प्रजेन्टेशन के माध्यम से विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई साथ ही जनपद में स्थानीय कृषि उत्पाद के लिए शोरूम बनाने का अनुरोध किया ताकि स्थानीय उत्पादों की पहचान लोगों को कराई जा सकें।
बैठक में डिप्टी डीजीएफटी भारत सरकार तसलीम अहमद, जिला विकास अधिकारी सुशील कुमार डोभाल, महाप्रबंधक जिला उद्योग केन्द्र अंजली रावत, मुख्य कृषि अधिकारी लतिका सिंह, आरएम सिड़कुल शिवागीं ंिसंह, एजीएम/आरएम सिड़कुल से राखी, लीड बैंक से मिनाक्षी सिंह, शिक्षा विभाग से रविन्द्र कुमार सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।