महज तमाशा भर है पौड़ी का फुटबॉल प्रेम, संवेदनहीनता को बाहर वालों ने दिखाया आईना
पौड़ी, ग्रीष्मोत्सव 2022 में चल रही राष्ट्रीय फुटबॉल प्रतियोगिता का फाइनल आज दोपहर कंडोलिया मैदान खेला जाएगा। टूर्नामेंट के समापन के क्षण निसंदेह ही भावुक करने वाले होने चाहिए। लेकिन शायद नहीं, क्योंकि यहां फुटबॉल एक तमाशा भर है। यानी कतई संवेदनाशून्य। यहां के फुटबॉल प्रेम के विश्लेषण में तो कुछ ऐसा ही निकल कर आया है।
कहा जाता है कि तमाशबीन को सिर्फ तमाशे से मतलब होता है। उसमें ना तो तमाशा दिखाने वाले को किसी से कोई मतलब होता है और ना ही देखने वाले को। तमाशा खत्म तो बात खतम।
तकरीबन ढाई दशक की समयावधि में ऐसा पहली बार हुआ होगा जब कंडोलिया मैदान की मिट्टी ने अपने चहेते रोहित नेगी के पांवों की थिरकन को महससू नहीं किया होगा। निश्चित रूप से यहां की मिट्टी भी इस बार जरूर बेचैन हुई होगी। और होती क्यों नहीं, बचपन में कभी लोटपोट होकर मैदान की मिट्टी में खेलते हुए तो कभी बॉल बॉय, ट्रेनी और फिर एक सितारे की तरह चमकने वाला कैली इस बार के टूर्नामेंट से नदारद जो था।
बताना जरूरी नहीं है कि पौड़ी के स्टार प्लेयर कैली नेगी ने किस तरह एक दुखद हादसे में इस दुनिया को अलविदा कहा। दिवंगत हो चुकी पौड़ी की इस खेल प्रतिभा ने कम उम्र में ही मोहन बागान, गढ़वाल हीरोज से लेकर देश के तमाम बड़े क्लबों में प्रतिभा का लोहा मनवााय और खुद के साथ पौड़ी को भी यह पहचान दिलाई।
हैरानी है कि कैली के जाने के बाद पहली बार पर कंडोलिया मैदान में रंगीन धारिवों वाले जूतों और पीठ और सीने पर अंक छपी जर्सी की सतरगी छटा बिखरी तो यहां संवेदनाओं की जगह तमाशाई प्रवृति ही हावी रही। किसी को भी इस बार अपने उस दिवंगत प्रतिभा को याद करने तक की सुध तक नहीं आई। सही तो कहते हैं कि यह सिर्फ एक तमाशा है।
टूर्नामेंट के पांचवें दिन जब दिल्ली की गढ़वाल हीरोज टीम ने अपने बाजू पर काली पट्टी बांधकर रोहित नेगी के प्रति अपनी संवेदना जताई, काली पट्टी शाायद यह संदेश देने को थी कि तेरे बगैर यह सब रोमांच एक तरह से बेमन से ही है। तब जाकर पौड़ी वालों की समझ में आया है कि फुटबॉल सिर्फ एक तमाशा नहीं होता, इसमें संवेदनाओं का भी अपना एक स्थान होता है। हालांकि उसके बाद खचाखच भरे स्टेडियम ने उस दिवंगत प्रतिभा को नम आंखों से याद किया।
सच है कि किसी भी खेल के प्रति प्रेम के मायने तो तभी समझ में आएंगे जब हम उसके कायदे कानूनों को उन्हें संवेदनाओं के साथ जीएं। न्याय के देवता भगवान श्री कंडोलिया की धरती में चल रही राष्ट्रीय फुटबॉल प्रतियोगिता के समापन अवसर पर आयोजकों को बधाई और दिवंगत स्टार प्लेयर रोहित नेगी उर्फ कैली को भावपूर्ण श्रद्धांजलि।