शाबासः भंडारी गांव की दीपा ने मरोड़े खूनी पंजे
कहते हैं कि अगर हिम्मत से काम लिया जाए तो मौत को भी मात देना मुश्किल नहीं होता है। जी हां जो खबर उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जनपद से आई है उसने इस बात पर एक बार फिर से मुहर लगा दी है। यहां के भंडारी गांव निवासी महिला दीपा सिंह जिस उम्र 45 वर्ष है, जब घास काटने जंगल गई थी तो वहीं गुलदार ने उस पर अचानक हमला कर दिया।
अचानक हुए इस हमले में दीपा ने हिम्मत दिखाते हुए गुलदार का डटकर मुकाबला किया। महिला की हिम्मत के आगे जान आफत में पड़ी तो तब हमलावर गुलदार भाग खड़ा हुआ। इस संघर्ष में दीपा भी घायल हुई हैं, लेकिन खूंनी पंजों को मरोड़ते कर मौत को मात देते हुए उसने बता दिया कि पहाड़ की नारी की हिम्मत और हौसला भी पहाड़ जैसा ही होता है।