देहरादूनः समदृष्टि क्षमताविकास एवं अनुसंधान मण्डल (सक्षम) जिला देहरादून ने कुष्ठ आश्रम नालापानी चौक सहस्रधारा रोड में सविता पखवाड़ा मनाया।
यूडीआईडी कार्ड/दिव्यांश प्रमाण पत्र चिन्हांकन/सहायक उपकरण पंजीकरण/स्वरोजगार हेतु पंजीकरण कैंप जिला दिव्यांग पुनर्वास केंद्र संचालक मुनीशाभा सेवा सदन एवं पुनर्वास संस्थान के सहयोग से लगाया गया। यहां दिव्यांग जनों के लिए राशन भी वितरित किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला अध्यक्ष बिरेंद्र मुंडेपी जी ने की। बतौर मुख्य अतिथि भारत विकास परिषद के पूर्व अध्यक्ष श्री राजीव सक्सेना जी ने कहा कि सक्षम दिव्यांग जनों के लिए बहुत अच्छा कार्य कर रहा है, यह कोशिशें निरंतर बनी रहनी चाहिए।
विशिष्ट अतिथि भारत विकास परिषद के सचिव श्री कमल कुमार लाल जी ने दिव्यांग जनों की समस्याओं पर रोशनी डाली। प्रांत सह सचिव अनंत मेहरा जी ने दिव्यांगों को आने वाली कठिनाइयों और उनके समाधान के बारे में बताया। उन्होंने बताया आगामी 16 फरवरी तक कुष्ठ बस्ती में ही मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं समाज कल्याण अधिकारी के माध्यम से एक शिविर का आयोजन किया जाएगा जिसमें दिव्यांग जनों के दिव्यांग प्रमाण पत्र बनाए जाएंगे।
जिला अध्यक्ष बिरेंद्र मुण्डेपी जी मुख्य अतिथियों एवं समस्त दिव्यांग जनों का स्वागत करते हुए सबकी सहमति से प्रांत सविता प्रकोष्ठ प्रमुख रामदुलारे जी और सविता प्रकोष्ठ सह प्रमुख मार्था जी के नामों की घोषणा की। साथ ही सक्षम की स्थापना के बारे में जानकारी दी। कहा कि सक्षम निशक्तता के 21 प्रकार की दिव्यांगता के अंतर्गत कार्य करता है जिसमें सविता प्रकोष्ठ कुष्ठ रोग से पीड़ित के लिए कार्य करता है।
प्रांत महिला प्रमुख श्रीमती निरुपमा सूद जी ने नारी शक्ति पर विशेष जोर दिया और यदि आश्रम की किसी महिला को कोई परेशानी होती है तो वह निरुपमा सूद जी और देहरादून जिला प्रमुख श्रीमती ममता रावत जी से अपनी परेशानियां बता सकती है।
कार्यक्रम में प्रांत युवा प्रमुख मानवेंद्र सती जी, प्रांत के श्रवण बाधित प्रकोष्ठ प्रमुख उमेश ग्रोवर जी, देहरादून महानगर अध्यक्ष भगवान सिंह केड़ा जी आदि ने बिचार रखे। संचालन जिला सचिव चंद्र मोहन सिंह जी ने किया ।
इस अवसर पर आश्रम के प्रधान देवानंद जोशी, सत्यपाल ,रामदुलारी, रमेश, जयलाल, सत्यम, धान सिंह, अमजद अली, नरेश पंडित, रुमाल सिंह, शमसुदीन, सफीक, लोयल, बीर्क बहादुर, सुरेशना, साधना, नानकी, कौशल्या, काली देवी, अंजुम, रुदाली, बिल्किस, सौभाग्यं, डोली, डल्ली बीना, जुबेदा मनोरमा, गंगा ,सुशीला, खैरूल, सोनूका, जानकी लीला समेत जिला देहरादून सविता प्रकोष्ठ सहित जिला में निवासरत प्रांतीय दायित्ववान, सभी जिला, महानगर के दायित्ववान आदि शामिल रहे।