देहरादूनः राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण द्वारा संचालित आयुष्मान योजना ने किडनी प्रत्यारोपण जैसी जटिल और महंगी शल्य चिकित्सा को भी आमजन की पहुंच में ला दिया है। योजना के अंतर्गत देहरादून निवासी प्रशांत सिंह बिष्ट जिनकी उम्र 36 वर्ष है, उनका किडनी प्रत्यारोपण का सफल ऑपरेशन श्री महंत इंद्रेश अस्पताल में हुआ। प्रशांत को उनकी माता रीना देवी ने किडनी डोनेट की। किडनी ट्रांसप्लांट के बाद मरीज़ स्वस्थ है व पहले की तरह अपने दैनिक कार्य कर पा रहे हैं।
आयुष्यान योजना के अन्तर्गत किडनी प्रत्यारोपण सेवा मिलने से उत्तराखण्ड के किड़नी मरीजों को बहुत बड़ी राहत मिली है। मैट्रो शहरों में गुर्दा प्रत्यारोपण का कुल व्यय लाखों में आ जाता है। लेकिन जब से आयुष्मान योजना के तहत यह सुविधा प्रदेश में उपलब्ध हुई तो मानो मरीजों के बिखरते सपनों के बीच फिर से जीवन की नई आस जग गई हो।
प्रशांत बिष्ट ने किडनी प्रत्यारोपण के बाद अपने अनुभव साझा किए और बताया कि अस्वस्थता के दिनों की परेशानियों के साथ ही उपचार खर्च के भारी बोझ के सामने तो सारी उम्मीदें टूट सी गई थी। आयुष्मान योजना के तहत प्रत्यारोपण की प्रक्रिया हुई और तब खर्चे के अतिरिक्त बोझ के बगैर ही उन्हें नया जीवन मिला है। इस मदद को खुद प्रशांत और उनका परिवार बड़ा उपकार और आयुष्मान योजना को साक्षात संजीवनी मानता है। वह केंद्र व प्रदेश सरकार के साथ ही योजना से जुड़े सभी लोगों का तहेदिल से आभार जताते हैं।