आयुष्मान योजना की निर्धारित दरों में हुई बढ़ोतरी, एसएचए ने जारी किए निर्देश
देहरादूनः.राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण ने आयुष्मान भारत योजना के तहत विभिन्न सूचीबद्ध अस्पतालों में दिए जाने वाले निश्शुल्क उपचार की निर्धारित दरों में बढ़ोतरी कर दी है। इस संबंध में प्राधिकरण के अध्यक्ष डीके कोटिया ने आदेश किए हैं। उन्होंने बताया कि सूचीबद्ध चिकित्सालयों की ओर से काफी समय से उपचार की निर्धारित दरों को बढ़ाए जाने के सुझाव दिए जा रहे थे। प्राधिकरण ने अस्पतालों से प्राप्त सुझावों को समय-समय पर भारत सरकार से साझा भी किया गया है। परिणामस्वरूप राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण ने सूचीबद्ध चिकित्सालयों में उपचार के लिए निर्धारित दरों में वृद्धि करने का निर्णय लिया है। बताया कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण के इस निर्णय के क्रम में उत्तराखंड के सभी सूचीबद्ध चिकित्सालयों में भी यह निर्णय लागू हो जाएगा। इसके उपरांत आगामी एक नवंबर से 1670 चिकित्सकीय प्रक्रियाओं में 409 बीमारियों के पैकेज की दरों में 10 प्रतिशत से 100 प्रतिशत और कुछेक में 100 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि की गई है। उपचार की दरों में वृद्धि से कैंसर, हृदय रोग, हड्डी रोग, स्त्री रोग एवं सामान्य सर्जरी उपचार शामिल हैं। कोटिया ने बताया की कुछ बीमारियों के पैकेज में पांच से छह गुणा तक की वृद्धि की गई है। पैकेज की दरों में वृद्धि के कारण सूचीबद्ध चिकित्सालयों को मरीजों को अच्छी गुणवत्ता की चिकित्सा सेवाएं प्रदान करने में सरलता होगी।
प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अरुणेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि वर्तमान में निर्धारित पैकेज कीे संशोधित दरें राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण के आइटी सिस्टम पर 31 अक्टूबर तक अपडेट कर दी जाएंगी। इस संबंध में सभी चिकित्सालयों को प्राधिकरण की ओर से सूचित भी किया जाएगा। राष्ट्रीय स्तर पर पात्र परिवारों के योजना में कवरेज, प्रति लाख पात्र जनसंख्या के आयुष्मान कार्ड बनाने, अस्पतालों को न्यूनतम अवधि में क्लेम का भुगतान करने में और योजना में किसी भी गड़बड़ी के प्रभावी नियंत्रण की दृष्टि से योजना को संचालित करने में उत्तराखंड देश में पहले स्थान पर है। चिकित्सालयों की ओर से फाइल किए गए क्लेम का भुगतान भी सात से दस दिन के भीतर कर दिया जाता है।
इलाज पर अब तक 477 करोड़ का व्यय
राज्य में आयुष्मान योजना पिछले तीन साल से संचालित हो रही है। योजना के तहत अभी तक 447158 आयुष्मान कार्ड बनाए जा चुके हैं। 348862 लाभाॢथयों को इस योजना के अंतर्गत सूचीबद्ध अस्पतालों में इलाज मिला है। जिस पर 477 करोड़ का व्यय हो चुका है। योजना में काॢडयोलाजी, हीमोडायलिसिस, न्यूरो सर्जरी, कैंसर, बर्न मैनेजमेंट, कोविड-19, काॢडयो-थोरेसिक व वैस्कुलर सर्जरी जैसे जीवन रक्षक उपचार भी शामिल हैं, जिस पर प्राधिकरण ने 222 करोड़ के क्लेम का भुगतान चिकित्सालयों को किया गया।