Skip to content
Raath Samachar

Raath Samachar

Raath Samachar

Raath Samachar

  • राष्ट्रीय
  • उत्तराखंड
  • आंदोलन
  • खेल
  • पर्यटन
  • युवा जगत/ शिक्षा
  • राजनीति
  • हादसा
  • अपराध

  • राष्ट्रीय
  • उत्तराखंड
  • आंदोलन
  • खेल
  • पर्यटन
  • युवा जगत/ शिक्षा
  • राजनीति
  • हादसा
  • अपराध
Breaking News
  • बाल विवाह रोकथाम एवं बच्चों की सुरक्षा पर जागरूकता कार्यक्रम
  • जिलाधिकारी ने किया शस्त्र पटल का निरीक्षण
  • डीएम ने दिए निर्देश, कार्याे को तेजी से करें पूरा
  • कंट्रोलरूम में 24×7 तैनात हैं कार्मिक
  • मुख्यमंत्री के नेतृत्व में “तिरंगा शौर्य सम्मान यात्रा”
  • मुख्यमंत्री के हाथों ई-रूपी प्रणाली एवं चार नई कृषि नीतियों का शुभारंभ
  • पौड़ी में निकाली गयी तिरंगा शौर्य सम्मान यात्रा
  • एस.एस. जीना विश्वविद्यालय के चम्पावत कैम्पस को 5 करोड़ जारी
  • विकासखण्ड स्तर पर ऋण शिविरों के आयोजन हेतु रोस्टर जारी
Slider

दुनिया की कोयला-आधारित स्‍टील निर्माण क्षमता घटने की जगह बढ़ गयी है

Raath Samachar
July 24, 20230

घटने की जगह बढ़ गयी है दुनिया की कोयला-आधारित स्‍टील निर्माण क्षमता

ग्‍लोबल एनर्जी मॉनिटर (Global Energy Monitor) की ताजा रिपोर्ट यह कहती है कि दुनिया में स्‍टील उत्‍पादन के लिये ‘ब्‍लास्‍ट फर्नेस- बेसिक ऑक्‍सीजन फर्नेस’ पद्धति का इस्‍तेमाल करने वाली कोयला आधारित उत्‍पादन क्षमता वर्ष 2021 के 350 एमटीपीए के मुकाबले 2022 में बढ़कर 380 एमटीपीए हो गयी है। यह ऐसे वक्‍त हुआ है जब लंबी अवधि के डीकार्बनाइजेशन लक्ष्‍यों को हासिल करने के लिये दुनिया की कुल उत्‍पादन क्षमता में कोयले की हिस्‍सेदारी में नाटकीय रूप से गिरावट आनी चाहिये।

ग्‍लोबल स्‍टील प्‍लांट ट्रैकर के डेटा के वार्षिक सर्वेक्षण में पाया गया है कि कोयला आधारित स्‍टील उत्‍पादन क्षमता में वृद्धि का लगभग पूरा काम (99 प्रतिशत) एशिया में ही हो रहा है और चीन तथा भारत की इन परियोजनाओं में कुल हिस्‍सेदारी 79 प्रतिशत है।
ध्यान रहे, एशिया कोयला आधारित इस्पात उत्पादन का केंद्र है, जहां 83% चालू ब्लास्ट फर्नेस, 98% निर्माणाधीन और 94% आगामी सक्रिय होने वाली भट्टियां हैं। इसको देखते हुए यह जरूरी है कि जलवायु आपदा से बचने के लिए पूरे एशिया में निवेश संबंधी फैसले तेजी से बदले जाएं। नई तकनीक, ग्रीन स्टील की मांग और कार्बन की कीमतों के साथ वैश्विक स्तर पर बाजार बदल रहा है। एशियाई उत्पादकों के सामने एक विकल्प है, चाहे वे दशकों से अधिक कोयले में निवेश करें, या भविष्य के इस्पात क्षेत्र में निवेश करें।
इतिहास में ऐसा पहली बार है जब भारत कोयला आधारित स्‍टील उत्‍पादन क्षमता के विस्‍तार के मामले में चीन को पछाड़कर शीर्ष पर पहुंच गया है। भारत में कोयला आधारित ‘ब्‍लास्‍ट फर्नेस-बेसिक ऑक्‍सीजन फर्नेस’ क्षमता का 40 प्रतिशत हिस्‍सा विकास के दौर से गुजर रहा है, जबकि चीन में यही 39 फीसद है।
हालांकि हाल के वर्षों में कोयला आधारित इस्पात निर्माण का कुछ भाग उत्पादन के स्वच्छ स्‍वरूपों को दे दिया गया है मगर यह बदलाव बहुत धीमी गति से हो रहा है।
इंटरनेशनल एनर्जी एजेंसी के वर्ष 2050 के नेटजीरो परिदृश्‍य के मुताबिक ‘इलेक्ट्रिक आर्क फर्नेस’ क्षमता की कुल हिस्‍सेदारी वर्ष 2050 तक 53 प्रतिशत हो जानी चाहिये। इसका मतलब है कि 347 मैट्रिक टन कोयला आधारित क्षमता को या तो छोड़ने अथवा रद्द करने की जरूरत होगी और ‘इलेक्ट्रिक आर्क फर्नेस’ की 610 मैट्रिक टन क्षमता को मौजूदा क्षमता में जोड़ने की आवश्‍यकता होगी।
ग्‍लोबल एनर्जी मॉनिटर में भारी उद्योग इकाई की कार्यक्रम निदेशक केटलिन स्‍वालेक ने कहा, ‘‘स्‍टील उत्‍पादकों और उपभोक्‍ताओं को डीकार्बनाइजेशन की योजनाओं के प्रति अपनी महत्‍वाकांक्षा को और बढ़ाने की जरूरत है। हालांकि‍ स्‍टील उत्‍पादन में कोयले के इस्‍तेमाल में कमी लायी जा रही है लेकिन यह काम बहुत धीमी रफ्तार से हो रहा है। कोयला आधारित उत्‍पादन क्षमता में वृद्धि कर रहे विकासकर्ता भविष्‍य में इसकी कीमत अरबों में चुकाने का खतरा मोल ले रहे हैं।”
E3G के वरिष्ठ नीति सलाहकार कटिंका वागसेथर के अनुसार, ‘वैश्विक इस्पात उत्पादन क्षमता को धीरे-धीरे लेकिन निश्चित रूप से स्वच्छ उत्पादन मार्गों की ओर बढ़ते देखना उत्साहजनक है। लेकिन जीईएम की रिपोर्ट यह भी स्पष्ट रूप से रेखांकित करती है कि कोयले से अपेक्षित बदलाव देखने से हम अभी भी कितने दूर हैं। उदाहरण के लिए, ऑस्ट्रियाई स्टील निर्माता वोएस्टालपाइन की हालिया रीलाइनिंग घोषणा से पता चलता है कि यद्यपि यूरोप स्वच्छ स्टील उत्पादन के लिए पाइपलाइन के मामले में अग्रणी है, फिर भी यूरोपीय स्टील निर्माता अभी भी स्वच्छ स्टील में बदलाव के अवसर की महत्वपूर्ण खिड़कियां खो रहे हैं और इसके बजाय उच्च-उत्सर्जन प्रौद्योगिकियों को लॉक कर रहे हैं।’

अंत में यह कहना गलत नहीं होगा कि इस्पात उद्योग को डीकार्बोनाइजेशन योजनाओं को प्राथमिकता देनी चाहिए और कोयला मुक्त उत्पादन विधियों का रुख करने में तेजी लानी चाहिए। साथ ही, सरकारों, इस्पात उत्पादकों और उपभोक्ताओं को समान रूप से एक टिकाऊ और पर्यावरणीय रूप से जिम्मेदार भविष्य बनाने के अवसर का लाभ भी उठाना चाहिए।

Previous Post

दो दिवसीय कुमाऊं दौरे पर कैबिनेट मंत्री डा. धन सिंह रावत

Next Post

सभी को सुरक्षित निकाला

Related Articles

Slider

मुख्यमंत्री ने की कृषि एवं उद्यान विभाग की समीक्षा

Slider

पुलिस हिरासत में आरोपी युवक

Slider

दुर्घटना प्रभावितों को मुआवजा राशि जारी

Slider

मुख्यमंत्री धामी 7 को चौबट्टाखाल में

Slider

जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

https://raathsamachar.com/wp-content/uploads/2025/05/VEDIO.mp4

Recent Posts

  • बाल विवाह रोकथाम एवं बच्चों की सुरक्षा पर जागरूकता कार्यक्रम May 18, 2025
  • जिलाधिकारी ने किया शस्त्र पटल का निरीक्षण May 18, 2025
  • डीएम ने दिए निर्देश, कार्याे को तेजी से करें पूरा May 18, 2025
  • कंट्रोलरूम में 24×7 तैनात हैं कार्मिक May 18, 2025
  • मुख्यमंत्री के नेतृत्व में “तिरंगा शौर्य सम्मान यात्रा” May 17, 2025
  • मुख्यमंत्री के हाथों ई-रूपी प्रणाली एवं चार नई कृषि नीतियों का शुभारंभ May 17, 2025
  • पौड़ी में निकाली गयी तिरंगा शौर्य सम्मान यात्रा May 17, 2025
  • एस.एस. जीना विश्वविद्यालय के चम्पावत कैम्पस को 5 करोड़ जारी May 17, 2025
  • विकासखण्ड स्तर पर ऋण शिविरों के आयोजन हेतु रोस्टर जारी May 16, 2025
  • CS ने दिए आईटीडीए को मजबूत किए जाने के निर्देश May 16, 2025
  • जनसुरक्षा जनजीवन से सर्वाेपरि कुछ नही: सीएम May 16, 2025
  • मंगल दलों को डिजिटल मिशन के अन्तर्गत प्रशिक्षण दिया जायेगा May 16, 2025
  • ग्रामीणों को दी आयुष्मान/आभा को लेकर जानकारियां May 16, 2025
  • बच्चों में सीखने की प्रवृत्ति विकसित करेगा ‘जादुई पिटारा’: डॉ. धन सिंह रावत May 15, 2025
  • अभियंता पीडब्लूडी व डीएचओ से मांगी 7 दिन भीतर स्पष्ट रिपोर्ट May 15, 2025
  • गांवों में विकास सरकार की पहली प्राथमिकता : डॉ. रावत May 14, 2025
  • कैंचीधाम की यातायात व्यवस्थाओं को लेकर हुई एक्सरसाइज May 14, 2025
  • गौखेड़ा में चौपाल का हुआ आयोजन May 14, 2025
  • “तिरंगा शौर्य सम्मान यात्रा” का किया गया भव्य आयोजन May 14, 2025
  • मोहर लगाने दस्तखत तक ना रहें सीमित May 14, 2025
  • प्रत्येक गोल्डन कार्ड धारक को मिले योजना का समुचित लाभः डा धन सिंह रावत May 13, 2025
  • थलीसैण उप जिला चिकित्सालय के निर्माण को 214 करोड़ स्वीकृत May 13, 2025
  • केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) परीक्षा परिणाम घोषित May 13, 2025
  • वित्तीय प्रदर्शन में उत्तराखंड का शानदार प्रदर्शन May 13, 2025
  • उत्तरजन टुडे  सम्मान समारोह 2025 का भव्य आयोजन May 12, 2025
  • मुख्यमंत्री धामी से निवेशकों के प्रतिनिधिमण्डल ने भेंट की May 12, 2025
  • गढ़वाल के पांच दिवसीय दौरे पर कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत May 12, 2025
  • एक ही छत के नीचे होंगे सभी विभाग, मौके पर ही  पूर्ण की जाएंगी May 12, 2025
  • गलत व भ्रामक सूचनाओं से रहें सावधान May 11, 2025
  • मुख्यमंत्री धामी ने किया हरबंश कपूर मेमोरियल कम्युनिटी हॉल का लोकार्पण May 11, 2025
  • राजधानी को बनाना है स्लम फ्री, डीएम के निर्देश May 11, 2025
  • राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन May 10, 2025
  • चिकित्सा शिक्षा विभाग में 54 फैकल्टी को मिली प्रथम तैनाती May 10, 2025
  • सीएम ने कर्मियों के समक्ष रखा कार्य करने का मूलमंत्र May 10, 2025
  • महिलाओं की भागीदारी से राज्य बनेगा श्रेष्ठ: मुख्यमंत्री May 9, 2025
  • 11वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को लेकर निर्देश May 9, 2025
  • सरकार विकास के लिए प्रतिबद्ध है: डॉ. धन सिंह रावत May 9, 2025
  • निर्यात प्रोत्साहन पर जिला स्तरीय कार्यशाला का हुआ भव्य आयोजन May 9, 2025
  • आपका मन तय नहीं कर सकता कि ऑपरेशन सर्जरी होंगी या नहींः डीएम May 8, 2025
  • अधिकारियों ने एसईओसी से की रेस्क्यू ऑपरेशन की निगरानी May 8, 2025
  • CS ने पर्यटन एवं संस्कृति विभाग समीक्षा की May 8, 2025
  • कैबिनेट मंत्री ने किया करोड़ों की योजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण May 7, 2025
  • चारधाम यात्रा, राष्ट्रीय प्रतिष्ठानों की सुरक्षा बढ़ाई जाए- मुख्यमंत्री May 7, 2025
  • मुख्यमंत्री से नगर पालिका अध्यक्षों ने मुलाक़ात की May 7, 2025
  • जनमन की समस्या का टाइम बाउंड समाधान May 7, 2025
  • बरसात शुरू होने से पहले राज्य के सभी स्कूलों का निरीक्षण किया जाए May 6, 2025
  • “सरकार जनता के द्वार” कार्यक्रम का आयोजन May 6, 2025
  • कर्ज बंधन से मुक्त करः ‘‘सारथी’’ से पंहुचाया घर May 6, 2025
  • राज्य में स्पोर्ट्स लेगेसी प्लान’ होगा जल्द लागू- सीएम धामी May 5, 2025
  • 567 डॉक्टर रखेंगे तीर्थ यात्रियों के स्वास्थ्य का ख्यालः डॉ. धन सिंह रावत May 5, 2025
  • अग्रणी पक्ति के योद्धाओं को मजबूत बनाते डीएम May 5, 2025
  • राज्य एवं राष्ट्रहित की योजना है एयरपोर्ट विस्तारीकरण प्राजेक्ट, May 5, 2025
  • कचरा बीनने वाले सभी वॉरियर्स को बांटी सुरक्षा किट May 5, 2025
  • भ्रूण लिंग जांच; रजिस्टेªशन रहित संचालन पर नकेल कसना जानता है प्रशासनःडीएम May 5, 2025
  • बुलंद हो हौसला; तो क्या चीज संभव नहीं May 3, 2025
  • ईपीएफ, ईएसआई की सुविधा के साथ हर पर्यावरण मित्र का बनाए आईडी कार्ड April 30, 2025
  • राज्य निर्माण में आपके योगदान के ऋणी हैं हमः डीएम April 30, 2025
  • घर में और आसपास पानी एकत्रित न होने दें April 29, 2025
  •  सीएम के संकल्प, को सार्थक करता जिला प्रशासन April 29, 2025
  • यूसीसी पोर्टल पर  कार्मिकों का  शत प्रतिशत पंजीकरण करवाना सुनिश्चित करें April 28, 2025
  • घर में और आसपास पानी एकत्रित न होने दें, पानी की टंकी ढककर रखें April 28, 2025
  • यात्रियों के लिए सुगम सुविधा बनाने के निर्देश April 28, 2025
  • जनता दरबार में 119 शिकायत दर्ज, अधिकांश का मौके पर समाधान April 28, 2025
  • डीएम प्रशासनिक अमले संग जमे रहे ट्राजिस्ट कैम्प में देखी व्यवस्थाएं, दिए निर्देश April 27, 2025
  • अनुमति सुरक्षित सड़क खुदान की थी, जनसुरक्षा से खिलवाड़ की नहींः-डीएम April 27, 2025
  • जयडे हैकेट की मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात April 26, 2025
  • विद्यालयों में निःशुल्क पाठ्य पुस्तकें समय पर हों उपलब्ध April 26, 2025
  • वादों का त्वरित निस्तारण करने पर जोर April 26, 2025
  • बुजुर्ग जनों को बहुत उपयोगी है वय वंदना कार्डः सैमुएल वी. पचुआओ April 25, 2025
  • एबीडीएम उत्तराखंड: सिर्फ क्यू आर कोड स्कैन करें और अपने हिसाब से सेवाएं लें April 24, 2025
© 2021 All Rights Reserved. Raath Samachar