टिहरी
आगामी जी-20 सम्मेलन के दौरान ग्राम पंचायत औणी, विकास खण्ड नरेंद्रनगर में आगंतुकों को भ्रमण कराये हेतु सभी आवश्यक तैयारियों को पूर्व सुनिश्चित करने को लेकर मुख्य विकास अधिकारी टिहरी गढ़वाल मनीष कुमार द्वारा समीक्षा बैठक की गयी।
मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि जी-20 सम्मेलन के दृष्टिगत उत्तराखण्ड की पारम्परिक शैली को ध्यान में रखते हुए ग्राम पंचायत औणी को मॉडल गांव के रूप में विकसित किया जाना है। उन्होंने सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि सभी अधिकारी स्वयं मौके पर जाकर भ्रमण कर लें। कहा कि जो भी कार्य किये जाने हैं, उनकी रिपोर्ट/इस्टीमेट तैयार कर उपलब्ध कराएं तथा कार्यों को प्राथमिकता पर लेना सुनिश्चित करें। जी-20 सम्मेलन का अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार करें, स्वच्छ्ता और साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाए। ग्राम प्रधान से गांव में खुली बैठक करवाने की अपेक्षा की गयी। साथ ही आगंतुकों की आवाभगत पारम्परिक रीति रिवाज के अनुसार करवाने हेतु सुझाव देने को कहा गया।
बैठक में एकीकृत कृषि प्रणाली, उद्यानीकरण, पॉली हाउस, जल संरक्षण, प्राकृतिक जल स्रोतध्गदेरे संवर्द्धन, बॉयोगैस प्लांट, अमृत सरोवर, होमस्टे, ट्रैक रुट, जैविक खेती, पानी निकासी, पेयजल व्यवस्था, विद्युत व्यवस्था, सिंचाई नहर/गूल/हौज मरम्मत, सोलर लाइट, शौचालय, पशु चारागाह, विद्यालय भवन/स्मार्ट क्लास/पार्क, पंचायत भवन, आंगनवाड़ी केंद्र व मंदिर प्रांगण सौन्दर्याकरण, बाल वाटिका, नर्सरी, हर्बल गार्डन, पशुबाड़े, बकरी पालन, पोल्ट्री, पशु प्रजाति/ गौशाला/साइलेज/दुग्ध उत्पादन, दुग्ध कलेक्शन सेंटर/प्रोसेसिंग, मनरेगा के तहत लेमनग्रास/ नैपियर ग्रास प्लांटेशन, मौसमी फल-फूल, एएनएम सेंटर, स्वास्थ्य कैम्प, वाइल्ड एनीमल, केसीसी, सड़क, कच्ची पगडंडी, सरकारी भवनों पर उत्तराखंड की संस्कृति पर आधारित पेंटिंग, पारम्परिक शैली पटाली से बने मकानों, जीवन यापन से संबंधित पौराणिक धरोहर, पहाड़ी वाद्ययंत्र, ग्रामीणों की दैनिक दिनचर्या आदि को लेकर समीक्षा की गई तथा अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।
बैठक में एसीएमओ एल.डी. सेमवाल, एलडीएम कपिल मारवाह, डीटीडीओ अतुल भंडारी, डीईओ वी.के. ढोंडियाल, डीएसडब्ल्यूओ के.एस. चैहान, ईई विद्युत अर्जुन प्रताप, उरेडा अधिकारी एम.एम. डिमरी, सहायक अर्थ संख्याधिकारी धारा सिंह, डेरी विकास अधिकारी प्रेमलाल उपस्थित रहे, जबकि अन्य अधिकारी एवं प्रधान ग्राम पंचायत औणी रविन्द्र पुंडीर वर्चुअल माध्यम से बैठक से जुड़े रहे।