देहरादून जिलाधिकारी कार्यालय सभागार में जनपद स्तरीय स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार मुख्य विकास अधिकारी देहरादून सुश्री झरना कमठान तथा अपर जिलाधिकारी डॉ शिव कुमार बरनवाल के सानिध्य में वितरित किए गए। मुख्य विकास अधिकारी ने केंद्रीय विद्यालय ओएनजीसी, केंद्रीय विद्यालय ओएफडी, केंद्रीय विद्यालय अपर कैंप, केंद्रीय विद्यालय रायवाला, ज्योति स्पेशल स्कूल सहित जनपद देहरादून के 36 विद्यालयों के छात्र-छात्राओं एवं प्रधानाचार्यो को सम्मानित किया।
कार्यक्रम में मुख्य शिक्षा अधिकारी डॉ मुकुल कुमार सती द्वारा अवगत कराया गया कि स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार 2021-22 की स्थापना मानव संसाधन विकास मंत्रालय (शिक्षा मंत्रालय), स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग भारत सरकार द्वारा विद्यालयों में पेयजल एवं स्वच्छता कार्यक्रम के प्रयासों में उत्कृष्टता को मान्यता देने, प्रेरित करने और पुरस्कृत करने के उद्देश्य से सन 2016 -17 में की गई थी। पुरस्कारों का स्पष्ट उद्देश्य उन विद्यालयों को सम्मान करना है, जिन्होंने स्वच्छ विद्यालय अभियान के सभी मुख्य लक्ष्य को पूर्ण करने की दिशा में महत्वपूर्ण कार्य किए हैं। स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार 2021-22 के दिशा निर्देश कोरोना वायरस महामारी की स्थिति को ध्यान में रखते हुए तैयार किए गए थे। सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाला प्रत्येक विद्यालय तथा प्रत्येक उपश्रेणी में 5 विद्यालय जनपद स्तर पर चयनित किए जाने थे।
जनपद स्तर पर स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार 2021-22 के लिए जनपद के समस्त 6 विकास खंडों से 696 विद्यालयों के द्वारा ऑनलाइन आवेदन भरा गया जिसमें संकुलवार विद्यालयों के मूल्यांकन हेतु 89 टीम बनाई गई थी। प्रत्येक टीम में 3 मूल्यांकनकर्ता थे। प्रत्येक टीम को दूसरे संकुल के विद्यालयों का मूल्यांकन करना था। यह पूरा कार्य ऑनलाइन मोड में संपन्न किया जाना था।
स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार 2021-22 हेतु दो श्रेणियां निर्धारित थी।
1-Overall Category
2- Sub Category
स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार 2021-22 की Overall Category में कुल 8 विद्यालय चयनित किए गए थे। इसी प्रकार sub&category में कुल 28 विद्यालय चयनित किए गए। कार्यक्रम में विद्यालयों से प्रधानाचार्य छात्र-छात्राओं द्वारा प्रतिभाग किया गया।
कार्यक्रम में जिला समन्वयक डॉ दीपक नवानी, खंड शिक्षा अधिकारी चकराता पूजा नेगी दानु, उमा पंवार, सतीश सेमवाल, मदान मोहन सुंदरियाल, कुलवीर परमार, देवेंद्र रावत दरबान भंडारी, आदि उपस्थित रहे।