जाति मुक्त भारत और नफरत के खिलाफ मोहब्बत यात्रा अल्मोड़ा पहुंची। इस दौरान यात्रा में शामिल कार्यकर्ताओं ने यात्रा के उद्देश्य के बारे में बताया।
बीते दिवस यह यात्रा कौसानी पहुंची थी,कौसानी में यात्रा दल के सदस्यों ने लक्ष्मी आश्रम कौसानी पहुंचकर राधा बहन से मुलाकात की और उनसे देश में हो रहे राजनीतिक गतिविधियों पर चर्चा की। राधा बहन ने यात्रा दल के सदस्यों से इस तरह की यात्रा पूरे भारत में करने की जरूरत पर बल दिया।
कौसानी के बाद यह यात्रा आज अल्मोड़ा पहुंची। अल्मोड़ा के नगरपालिका सभागार में यात्रा दल के सदस्यों का उत्तराखण्ड परिवर्तन पार्टी के कार्यकर्ताओं ने स्वागत किया। यात्रा में शामिल रोहित कुमार ने कहा कि पिछले 9 साल से देश में नफरत का माहौल बन गया है। और मोहब्बत का पैगाम लेकर यह यात्रा निकली है। रमेश भंगी ने कहा कि समाज में भेदभाव खत्म हो,जाति,धर्म के आधार पर नहीं बल्कि इंसानियत के नाते प्रेम और मोहब्बत से रहे,यही इस यात्रा का उद्देश्य है। उत्तराखंड सर्वोदय मंडल के अध्यक्ष इस्लाम हुसैन ने कहा
अल्मोड़ा से उनका पुराना नाता रहा हैं,उन्होने अल्मोड़ा से जुड़ी अपनी यादों को सबके साथ साझा किया। इस्लाम हुसैन ने कहा कि महात्मा गांधी ने जिस समाज की कल्पना की थी उसे आने वाली पीढ़ी को बताने की जरूरत हैं ,कहा की गांधी जी ने जो किया और जो अपेक्षा की कि रचनात्मक कार्य करने चाहिए, जिसमें पहला कौमी एकता है। कहा कि कौमी एकता तभी होगी जब समझ के अभी लोग समान स्तर पर सोचे,जब देश जाति मुक्त हो,सभी धर्मो का सम्मान हो,कोई ऊंच नीच ना हो। कहा कि देश के बेरोजगारों को रोजगार चाहिए और रोजगार का माहौल हो,देश में शांति और सद्भाव का माहौल हो, यही इस यात्रा का मूल उद्देश्य है। इस्लाम हुसैन ने कहा कि हमारे पड़ोस में बांग्लादेश का उदाहरण सबके सामने है,वह भारत से आगे निकल गया है। पहले 30 टका के एक रुपया होता था,आज वह भारतीय रुपए के बराबर पहुंच गया है।
इस्लाम हुसैन ने कहा कि देश में आज लोग लव जेहाद की बात करते है,जातीय दुराग्रह के कारण जगदीश राम की हत्या हो गई,चंपावत में दलित भोजन माता के साथ दुर्व्यवहार की घटनाएं हुईं है। जबकि उत्तराखण्ड का इतिहास ऐसा नही है। उन्होने कहा कि आज देश में जो भय का माहौल बना हुआ है वह देश की उन्नति के लिए घातक है,और इन सबको छोड़कर ही देश उन्नति के रास्ते में आगे बढ़ सकता हैं।इस्लाम हुसैन ने कही कि उत्तराखंड में बाहर के लोग आकर यहां के संसाधनों पर कब्जा कर रहे है,जबकि पहाड़ी लोग अपने को ठगा हुआ महसूस कर रहे है,कहा कि ऐसी नीतिया बननी चाहिए जिससे कि यहां के लोग खूब तरक्की कर सके। कहा कि ऐसे माहौल जिसमे नफरत सिखाई जा रही हो इसे बदलने की जरूरत हैं। यात्रा के बारे में बताते हुए इस्लाम हुसैन ने कहा कि उनका एजेंडा खुला हुआ है, कहा किव लोकतांत्रिक ढंग से अपनी बात रखते है। उन्होंने कहा कि विकास का मतलब यह नही होना चाहिए कि कितने पुल बने,कितनी बिल्डिंगे बनी, उनकी नजर में विकास का मतलब हैं की हमारे जीवन मूल्य क्या है,शिक्षा व्यवस्था कैसी है, रोजगार की क्या स्थिति है,स्वास्थ्य की क्या स्थिति है।