पौड़ी गढ़वाल: जिलाधिकारी डॉ0 आशीष चौहान ने कलेक्ट्रेट सभागार में राजस्व की मासिक स्टाफ समीक्षा बैठक ली। उन्होंने बैठक में क्रमवार राजस्व, रेगुलर पुलिस, पूर्ति विभाग, आबकारी विभाग, राजस्व वसूली, लंबित वाद सहित अन्य की अभी तक की गई कार्यवाही पर समीक्षा करते हुए संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये।
सोमवार को बैठक में नगर पंचायत जोंक अधिशासी अधिकारी द्वारा बिना सूचना के अनुपस्थित रहने पर जिलाधिकारी ने वेतन रोकने के निर्देश दिये। वहीं उन्होंने ई-ऑफिस में समस्त तहसीलों द्वारा धीमी प्रगति पर सभी तहसीलों को चेतावनी देते हुए प्रगति लाने के निर्देश दिये। उन्होंने लंबित राजस्वों वादों को समय पर निस्तारण करने के निर्देश समस्त उपजिलाधिकारी व तहसीलदारों को दिये। साथ ही उन्होंने संबंधित अधिकारियों को कहा कि वसूली के कार्यों की प्रगति बढ़ाने व बड़े बकायादारों पर वसूली की कार्यवाही तेजी से करें। विभिन्न तहसील स्तर पर लंबित 774 राजस्व वादों मे गत माह में 105 का निस्तारण किया गया, जबकि 669 वाद शेष हैं।
जिलाधिकारी ने कृषि विभाग के अधिकारी को शत प्रतिशत किसानों का लैंड सीडिंग करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने राजस्व विभाग, पुलिस व आरटीओ विभाग के अधिकारियों को बिना हेलमेट और शराब पीकर वाहनों का संचालन करने वाले चालकों के विरुद्ध कार्यवाही करना सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी ने समस्त नगर निकायों के अधिकारियों को निर्देश दिये कि अपने-अपने क्षेत्रांतर्गत सार्वजनिक स्थानों में अलाव की व्यवस्था व रैन बसेरो को चालू अवस्था में रखना सुनिश्चित करें। साथ ही उन्होंने संबंधित अधिकारियों को कहा कि रैन बसेरों की रिपोर्ट प्रस्तुत करना सुनिश्चित करें। उन्होंने समस्त नगर निकायों के अधिकारियों को कहा कि पार्किंग व हाउस टैक्स की वसूली में तेजी लाएं। उन्होंने संबंधित अधिकारी को ट्रांजिट हॉस्टल के लिए भूमि चयनित करने के निर्देश भी दिये। साथ ही उन्होंने आबकारी अधिकारी को वसूली में तेजी लाने के निर्देश दिये।
बैठक में नगर आयुक्त कोटद्वार वैभव गुप्ता, संयुक्त मजिस्ट्रेट दीपक रामचंद्र शेट, प्रशिक्षु आईएएस दीक्षिता जोशी, उपजिलाधिकारी श्रीनगर नूपुर वर्मा, लैंसडौन शालिनी मौर्य, कोटद्वार सोहन सैनी, मुख्य कृषि अधिकारी विकेश कुमार यादव, जिला आबकारी अधिकारी के.पी. सिंह, जिला पूर्ति अधिकारी वरूण कुमार वर्मा, वरिष्ट प्रशासनिक अधिकारी अजीत रावत, तहसीलदार श्रीनगर धीराज सिंह सहित अन्य अधिकारी व पटल सहायक उपस्थित थे।