जिलाधिकारी गढ़वाल ने आपदा प्रबंधन की दृष्टिगत से किया कोटद्वार में उत्तर प्रदेश से सटे हुए सनेह क्षेत्र का स्थलीय निरीक्षण
सिंचाई विभाग को खोह नदी के बरसाती पानी को नदी के मध्य में डाइवर्ट करने के दिए निर्देश
नदी से हो रहे कटाव को रोकने के लिए तत्कालिक वैकल्पिक व्यवस्था बनाने तथा कटाव से बचाव का स्थाई समाधान करने के लिए हाइड्रोलॉजी संस्थान से अध्ययन कराते हुए दूरगामी प्लान बनाने को कहा
जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान द्वारा 11 अगस्त 2023 की रात्रि को कोटद्वार में उत्तर प्रदेश से सटे हुए सनेह क्षेत्र (सनेह तल्ली) का आपदा प्रबंधन की दृष्टि से स्थलीय निरीक्षण किया गया।
निरीक्षण के दौरान उन्होंने सिंचाई विभाग को आवासीय बस्ती को नदी के कटाव से सुरक्षित करने के लिए नदी को जेसीबी और पौकलैंड मशीन के द्वारा मध्य भाग में डाइवर्ट करने तथा तत्काल वैकल्पिक सुरक्षा के लिए जाली अथवा सुरक्षा दीवार बनाने को कहा।
इसके अतिरिक्त उन्होंने खोह नदी के जल से होने वाले कटाव के स्थाई समाधान के लिए हाइड्रोलॉजी संस्थान के वैज्ञानिकों से नदी के बहाव का अध्ययन कराते हुए उसी अनुरूप कटाव से सुरक्षा का दूरगामी और स्थाई समाधान निकालने के निर्देश दिए।
स्थानीय लोगों द्वारा जिला अधिकारी को बताया गया कि सनेह में स्थित विद्यालय में एक पेड़ विद्यालय की छत तथा बच्चों के लिए जोखिम भरा हो सकता है जिसको हटाना अथवा उसकी कटिंग व लॉपिंग करना जरूरी है। इसके संबंध में जिलाधिकारी ने वन विभाग को मानक के अनुरूप कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
देर रात्रि तक जिलाधिकारी ने उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के कोटद्वार के खोह नदी के बॉर्डर एरिया क्षेत्र में भूस्खलन और भू कटाव का पैदल निरीक्षण किया तथा भू कटाव को रोकने के लिए इसका स्थाई समाधान करने की दृष्टिगत उसका बारीकी से संबंधित विभागीय अधिकारियों के साथ अवलोकन किया गया।