पौड़ी स्वास्थ्य विभाग के तत्वाधान में विश्व दृष्टि दिवस के अवसर पर रैली के साथ ही शतचण्डी नेत्र प्रशिक्षण संस्थान पौड़ी में जनजागरुता तथा विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में कार्यक्रम समन्वयक निर्पेश तिवारी ने कहा कि हम अपनी आखों से पूरे संसार को देखते है, बिना नेत्रों के मानव जीवन अधूरा है इसलिए हमारा भी कर्तव्य है कि हम अपनी आखों की देखभाल के प्रति सजग रहें सभी व्यक्तियों को दृष्टि का अधिकार है।
कार्यक्रम समन्वयक निर्पेश तिवारी ने कहा कि आखों में किसी भी तरह की परेशानी को नजर अदांज नहीं करना चाहिए। कहा कि आखों में कोई परेशानी होने पर आखों के विजन को बचाया जा सकता है। साथ ही जो व्यक्ति चश्में का प्रयोग करते है, उन्हे भी हर 6 माह में अपने नजदीकी नेत्र चिकित्सालय में जाकर अपनी आखों का परिक्षण करवाने के साथ ही नेत्र विशेषज्ञ से सलाह लेनी चाहिए। वहीं अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा0 रमेश कुंवर ने आखों की सुरक्षा के प्रति आम जन के मध्य जागरुकता पर जोर देते हुये कहा कि अन्धता निवारण को लेकर विभाग की ओर से समय समय पर प्रचार-प्रसार हेतु गतिविधियां आयोजित की जाती हैं। कहा कि समूदाय इस ओर ध्यान दे व अपने आस पास के लोगों को भी जागरुक करें। उन्होने कहा कि आज के समय में आखों से सम्बन्धित बिमारियों का उपचार एवं अन्धेपन से बचाव संभव है ,जिसका पता समय रहते चल जाना चाहिए। कहा कि जीवन में आखों की विशेष महत्ता है, इसलिए स्वयं के साथ ही अपने पारिवारिक सदस्यों को भी समय- समय पर आखों की जाचं के लिए प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि इसके अन्धता निवारण कार्यक्रम के तहत इस वित्तीय वर्ष के अर्न्तगत जनपद में 3067 आपरेशन के लक्ष्य के सापेक्ष 4805 आपरेशन किये गये हैं। साथ ही आखों की समस्याओं से सम्बन्धित 1047 बच्चों को चश्में वितरित किये गये हैं।
इस अवसर पर कार्यक्रम में डा0 गौरी, डा0 रुचि पैन्यूली, दुर्गा नेगी, दामोदर मंमगाई तथा प्रशिक्षण केन्द्र के छात्र-छात्रायें उपस्थित थे।