पहाड़ के दूरस्थ क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने के नाम पर चिकित्सालय तो खोल दिए गए। लेकिन, इन चिकित्सालयों में चिकित्सकों की नियुक्ति करना सरकार भूल गई। प्रखंड नैनीडांडा के अंतर्गत राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय किनगोड़ीखाल भी एक ऐसा ही स्वास्थ्य केंद्र है, जहां आज तक चिकित्सक की तैनाती नहीं हुई है।