देहरादूनः किसी भी योजना के फलीभूत होने के लिए उसके जिम्मेदार लोगों का अपनी जिम्मेदारियों के प्रति गंभीर होना जितना जरूरी है उतना ही जरूरी है उनकी इच्छा शक्ति व सक्रियता। प्रदेश में स्वास्थ्य महकमे का जिम्मा जब से डा धन सिंह रावत ने संभाला व्यवस्थाओं में आमूल चूल परिवर्तन देखे गए हैं। प्रदेश में संचालित आयुष्मान योजना पर आज हर किसी का भरोसा टिका हुआ है। हर कोई इस योजना से जुड़ने के लिए कार्ड बना रहे हैं।
मा मंत्री का साफ कहना है कि प्रदेश के आखिरी छोर पर खड़े व्यक्ति को भी जरूरत पड़ने पर योजना का समुचित लाभ मिलना चाहिए।
राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण उत्तराखण्ड। प्रदेश में हरेक व्यक्ति को पांच लाख तक का मुफ्त उपचार प्रतिवर्ष प्रति-परिवार मुहैया करानी वाली आयुष्मान योजना अपेक्षाओं के अनुरूप रफ्तार पर है। योजना को लेकर जन जागरूकता का प्रतिफल है कि अभी तक 50 लाख 81 हजार से अधिक लोगों के आयुष्मान कार्ड बन चुके हैं। वहीं निशुल्क सुविधा के लाभ के लिए 7 लाख 69 हजार से अधिक मरीज योजना के अंतर्गत सूचीबद्ध निजी व सरकारी अस्पतालों में दाखिल हुए हैं। लाभार्थियों की विभिन्न बीमारियों के निदान पर सरकार अब तक 1424 करोड़ से अधिक खर्च कर चुकी है।
आयुष्मान योजना की प्रगति पर एक नजर
अब तक बने आयुष्मान कार्ड 50,81 लाख से अधिक
अब तक अस्पतालों में भर्ती मरीज 7,69 से अधिक
निशुल्क उपचार पर हुआ खर्च 1424 करोड से अधिक़
आयुष्मान कार्ड धारकों का जनपदवार विवरण
अल्मोड़ा 257069
बागेश्वर 111402
चमोली 195759
चंपावत 113558
देहरादून 1063105
हरिद्वार 855429
नैनीताल 478332
पौड़ी 370032
पिथोरागढ़ 201979
रूद्रप्रयाग 120422
टिहरी 311888
यूएस नगर 824476
उत्तरकाशी 178413
कुल 50,81,864
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प्रदेश में आयुष्मान योजना का लाभ जन-जन तक पहुंचाने के लिए राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण की ओर से क्षेत्रों में जागरूकता कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। शत प्रतिशत लोगों को योजना से जोड़ने को भी निर्देशित किया गया है। आम जन भी योजना के महत्व को समझ रहे हैं। लाभार्थियों की सुविधा के लिए योजना में दिए गए प्रावधानों का अक्षरशः अनुपालन किया जाता है।
अरूणेंद्र सिंह चौहान
मुख्य कार्यकारी अधिकारी
राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण