प्रदेश के उच्च शिक्षा, सहकारिता, आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास, प्रोटोकॉल, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने बैठक में कहा कि वर्तमान में स्वास्थ्य हेतु जो धनराशि मिली है, उसकी गाइड लाइन प्रत्येक जिलाधिकारी व मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को भेज दी गई है तथा 21 जुलाई, 2021 तक प्रस्ताव बनाकर भेजने के निर्देश दिये गये। जिस पर जिलाधिकारी ने बताया कि प्रस्ताव भेजा दिया गया है। कहा कि बच्चों के दवाई पैकेट बनाने है, कहा कि 15 प्रतिशत तैयारी पहले ही करके रखनी है। उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी से जानकारी ली कि जनपद में कितने बच्चे हैं, इस सीएमओ ने बताया कि जनपद में लगभग 01 लाख 60 हजार बच्चे हैं, जिनके लिए 15 प्रतिशत यानी 24 हजार दवाई पैकेट बनाये जाने हैं। मा. मंत्री डॉ. रावत ने कहा कि बेड, ऑक्सीजन, दवाई, पैंसे आदि के लिए धनराशि की कमी नहीं है। कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में 07 हजार लोगों को नौकरी लगाये जायेंगे, जिसमें 02 हजार एनएचएम तथा 05 हजार लेब टेक्नीशियन से वार्ड ब्वाय तक होंगे और एनएचएम में जनपद से लगाये जायेंगे। मा. मंत्री डॉ. रावत ने कहा कि जनपद में एक माह में एक ब्लॉक को 100 प्रतिशत तथा प्रत्येक ब्लॉक के एक-एक गांव में 100 प्रतिशत वैक्सीनेशन करना है। कहा कि दिव्यांगजनों, वृद्धजनों को गांव में ही घर-घर जाकर वैक्सीन लगानी है, इसके लिए अलग से बजट दी जा रही है। कहा कि इसके अलावा सस्ता गल्ला दुकानदारों को और जिनसे लोगों का ज्यादा मिलना होता है, उन्हें जल्दी वैक्सीन लगानी है।
मा. मंत्री डॉ. रावत ने मीडिया से रूबरू होते हुए कहा कि राज्य में पहली और दूसरी डोज वैक्सीनेशन को पूरा करने हेतु 30 दिसंबर, 2021 तक का लक्ष्य रखा गया है। कहा कि हर माह 20 लाख लोगों को वैक्सीन लगाने का लक्ष्य रखा है। कहा कि श्रीनगर में एचएनबी के केन्द्रीय विश्वविद्यालय बनने के बाद छात्र-छात्राओं को प्रवेश लेने में दिक्कतें हो रही हैं, इसको मध्यनजर रखते हुए निर्णय लिया गया है कि जैसे ही भूमि चिन्ह्ति हो जाती है, एक और विश्वविद्यालय खोला जायेगा। कहा कि खिर्सू उद्यान को पर्यटकों का ध्यान आकर्षित करने हेतु इसका कायाकल्प किया जा रहा है, इस बार यहां पर 05 हजार से ज्यादा फलदार पौधे लगाये गये हैं। कहा कि इसके अलावा जनपद पौड़ी में पर्यटन सर्किट भी बनाया जायेगा, जिसमें धारीदेवी, खिर्सू, क्यूंकालेश्वर, कमलेश्वर, देवलगढ़ को जोड़ा जायेगा। कहा कि श्रीनगर झील में नौकायन कराये जाने की योजना है।
जिलाधिकारी डॉ. विजय कुमार जोगदण्डे ने बताया कि वर्ष 2020-21 में जनपद का कुल अनुमोदित परिव्यय 79.86 करोड़ के सापेक्ष 99.85 प्रतिशत खर्च हुआ। गत वर्ष का 11 लाख शेष था, जिसमें 10 लाख 58 हजार व्यय कर दिया गया है। कहा कि 2021-22 के लिए कुल अनुमोदित परिव्यय 83.05 करोड़ के सापेक्ष 60 करोड़ शासन से अवमुक्त हो चुका है, जिसमें लगभग 20 प्रतिशत धनराशि व्यय कर दी गई।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी आशीष भटगांई, डीएफओ गढ़वाल मुकेश कुमार,अपर जिलाधिकारी डॉ. एस.के. बरनवाल, उपजिलाधिकारी एस.एस. राणा, जिला विकास अधिकारी वेद प्रकाशन, मुख्य कोषाधिकारी लखेन्द्र गौंथियाल, मुख्य कृषि अधिकारी डी.एस. राणा, मुख्य उद्यान अधिकारी नरेन्द्र कुमार, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मनोज शर्मा, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. एस.के. सिंह बत्र्वाल, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी संजय शर्मा, जिला पूर्ति अधिकारी के.एस. कोहली, जिला समाज कल्याण अधिकारी सुनीता अरोड़ा, एएमए जिला पंचायत संतोष खेतवाल, जिला पर्यटन विकास अधिकारी खुशाल सिंह नेगी, अधि.अभि. लोनिवि अरूण पाण्डेय, जल संस्थान एस.के.राय, लघु सिंचाई अधिकारी राजीव रंजन, बाल विकास अधिकारी जितेंद्र कुमार सहित जिला स्तरीय संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।