वन पंचायतों का चुनाव प्रक्रिया समय पर करें पूर्ण
जिलाधिकारी डॉ0 विजय कुमार जोगदंडे ने वन पंचायतों को सुदृढ़ करने हेतु वन विभाग व राजस्व विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की। जनपद में 70 ऐसी वन पंचायत हैं जिनके गठन अथवा विलोपन की कार्यवाही संपन्न की जानी है। जिसके लिए जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को ग्राम सभा की बैठक के माध्यम से वन पंचायतों के गठन एवं विलोपन की कार्यवाही करते हुए उनके प्रस्ताव प्राप्त करने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने कहा कि जनपद में वन पंचायतों को सशक्त बनाने के लिए व वनों की देखभाल हेतु वन पंचायतों का गठन जरूरी है।
जिलाधिकारी ने समस्त उपजिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि जिन वन पंचायतों में चुनाव प्रक्रिया करानी है वहां सितंबर माह के पहले सप्ताह से प्रारम्भ करते हुए व माह के अंत तक चुनाव प्रक्रिया पूर्ण कराना सुनिश्चित करें। साथ ही उन्होंने तहसीलदारों को निर्देश दिए कि जिन वन पंचायतों का विवरण निर्देशिका में दर्ज है तथा वन पंजिका में उसका उल्लेख नहीं है उनका सही मिलान कर अभिलेखों में दर्ज करें। साथ ही उन्होंने जिन वन पंचायतों का विवरण एटलस में दर्ज होना है उनका केसी-53 प्रारूप भरकर एक सप्ताह के भीतर प्रस्तुत करने के निर्देश भी दिए। जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद के अंतर्गत कुल 2247 वन पंचायतें हैं जिसमें 320 वन पंचायतों का चुनाव होना है। उन्होंने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित किया कि चुनाव प्रक्रिया समय पर पूर्ण करते हुए उसकी रिपोर्ट प्रस्तुत करें। साथ ही कहा कि जहां विलोपन व गठन की कार्यवाही करनी है वहां ग्राम सभा के साथ बैठक कर जो निर्णय सामने आता है उसकी रिपोर्ट भी प्रस्तुत करें। जिससे वहां समय पर कार्यवाही की जा सकेगी।
इस अवसर पर डीएफओ गढ़वाल मुकेश कुमार, एडीएम ईला गिरी, डीएफओ सिविल एवं सोयम आरके तिवारी, डीएफओ लैंसडाउन अमरेश कुमार, उपजिलाधिकारी चौबट्टाखाल संदीप कुमार, कोटद्वार प्रमोद कुमार सहित तहसीलदार व अन्य अधिकारी उपस्थित थे।