अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के तहत एक सप्ताह तक चलने वाले योग पूर्वाभ्यास का आज जिलाधिकारी डॉ0 विजय कुमार जोगदण्डे ने कंडोलिया पार्क में दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस दौरान विभिन्न लोगों ने बढ़चढ़ कर योगा अभ्यास में प्रतिभाग किया। जनपद के अलग-अलग स्थानों में योग पूर्वाभ्यास किया गया। जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारी को निर्देशित किया कि जनपद के अंतर्गत नियमित रूप से चिन्हीत स्थानों में योगा अभ्यास करवाएं तथा उसे फेसबुक के माध्यम से लाइव भी करें। इस दौरान योग प्रशिक्षकों द्वारा कपाल भाती, अनुलोम-विलोम, प्राणायाम, वज्रासन, ताड़ासन, योग ध्यान सहित विभिन्न योग क्रियाओं के अभ्यास करते हुए उनके शरीर के लिए फायदे बताए। 21 जून को प्रमार्थ निकेतन में राज्य स्तरीय योग दिवस मनाया जाएगा।
जिलाधिकारी डॉ0 जोगदण्डे ने कहा कि नियमित रूप से योग करना चाहिए, जिससे मन व शरीर स्वस्थ रह सकेगा। कहा कि इसी तरह हर रोज लोगों को अपने-अपने घरों में योगा करना चाहिए। उन्होंने कहा कि परिवार के सभी सदस्यों को भी योग के प्रति जागरूक करें। उन्होंने संबंधित अधिकारी को निर्देशित किया कि योगा को फेसबुक के माध्यम से लाइव करें। जिससे अपने घरों में रह रहे लोग भी उसी अधार से योग कर सकेंगे। कहा कि जनपद के 06 स्थानों पर योगा पूर्वाभ्यास का शुभारंभ किया गया है। जिसमें कंडोलिया पार्क पौड़ी, राजकीय मेडिकल कॉलेज श्रीनगर, वीएनए माला यमकेश्वर, राजकीय इंटर कॉलेज सतपुली, टीसीजी इंटर कॉलेज सिम्बलचौड़ कोटद्वार तथा सिद्वबली मंदिर परिसर कोटद्वार में योग अभ्यास किया जा रहा है। कहा कि यह योग अभ्यास नियमित रूप से अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस तक चलता रहेगा। उन्होंने आम जनमानस अपील करते हुए कहा कि नियमित रूप से योगाभ्यास करे, जिससे शारीरिक व मानसिक रूप से स्वस्थ रहा जा सके। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय सेवा केंद्र पौड़ी के वीके अंकित द्वारा योग ध्यान करवाया गया। साथ ही जिला विकास अधिकारी ने वहां उपस्थित लोगों को जल संरक्षण की शपथ भी दिलाई।
इस इवसर पर केंद्रीय निदेशक अरूण कुमार, वैज्ञानिक डॉ0 अश्वनि रानाडे, जिला विकास अधिकारी पुष्पेंद्र चौहान, जिला आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी डॉ0 रमेश नौटियाल, एडीपीआरओ नितिन नौटियाल, योगा प्रशिक्षक दीपक सिंह, गीता देवी, संस्कृति विभाग के प्रेम चंद्र ध्यानी, प्रदीप सजवाण, विनोद महर सहित अन्य अधिकारी व कार्मिक उपस्थित थे।