आयुक्त गढवाल मण्डल द्वारा चारधाम यात्रा मार्गों में सड़को के निर्माण एवं आपदा के दौरान सड़कों की व्यवस्था आदि के सम्बन्ध में विस्तृत समीक्षा की गयी जिसमें प्रमुख रूप से चारधाम यात्रा मार्गों में राष्ट्रीय राजमार्ग-58 (ऋषिकेश -रूद्रप्रयाग). एच०एच० 94 (चम्बा-धरासू बैन्ड-बहमखाल- जंगलचट्टी- हनुमानचट्टी-यमुनोत्री तक) एन0एच0-119 ( सतपुली-श्रीनगर )/राज्य मार्ग/स्थानीय मार्गों की स्थिति, आपदा के दृष्टिकोण से राष्ट्रीय राजमार्ग/राज्य मार्ग/स्थानीय मार्गों की स्थिति एवं आपदा प्रबन्धन के दौरान यातायात के संचालन हेतु वैकल्पिक मार्गो में जैसे विघनसाली-तिलवाड़ा, खांकरा- डुगंरीपंथ – श्रीनगर, ऊखीमठ- कुण्ड-गोपेश्वर आदि की व्यवस्था, समस्त मार्गों के निर्माण कार्यों की प्रगति तथा चारधाम परियोजना के अन्तर्गत निर्माण कार्यों की प्रगति, चारधाम यात्रा मार्गों पर गड्डो इत्यादि का भरान, विभिन्न चिन्हित् लैण्ड स्लाइड जोनों में सुरक्षात्मक कार्यों की समीक्षा की गयी।
आयुक्त गढवाल मण्डल द्वारा सम्बन्धित अधिकारियों को चिन्हित् डेंजर जोनों पर आवश्यक जे०सी०बी० तथा अन्य मशीनों तथा मानव संशाधनों की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिये गये। मार्गो की वर्तमान स्थिति तथा आपदा की स्थिति में तत्काल कार्यवाही सुनिश्चित करने हेतु 01 नोडल अधिकारी नामित करने तथा 01 टोल फ्री नम्बर की जानकारी समाचार पत्रों में प्रकाशित करने के निर्देश दिए गए। जिन मार्गाें पर यातायात की संख्या कम है, वहां पर अतिरिक्त श्रम बल लगाकर शीघ्र कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए कि जिन स्थलों पर बाईपास निर्माण का कार्य हो रहा है, उन स्थलों पर मुख्य मार्गों पर सड़कों को यातायात हेतु सुगम बनाने के निर्देश दिए। चारधाम यात्रा मार्गों में श्रद्धालुओं के आवागमन हेतु सड़कों को प्राथमिकता के आधार पर ठीक कराने के निर्देश दिए गए।
बैठक में मुख्य अभियन्ता, लोनिवि, मुख्य अभियन्ता राष्ट्रीय राजमार्ग, मुख्य अभियन्ता ग्रामीण निर्माण विभाग तथा सीमा सड़क संगठन एवं राष्ट्रीय राजमार्ग एवं अवसरचना विकास निगम लि0 के अधिकारी मौजूद रहे।