‘‘पौड़ी शहर के लोगों ने शहर में अतिक्रमण, पार्किग, शहर में आवारा पशु, पेयजल, कूड़ा निस्तारण, नशाखोरी और जिला चिकित्सालय की असंतोषजनक स्वस्थ्य सेवा संबंधी समस्याएं रखी’’
‘‘दूरस्थ क्षेत्र के लोगों ने सड़क सुधारीकरण, सड़कों में सुगम जल निकासी हेतु नाली निर्माण व नाली सफाई, सड़क के पेंटिंग की खराब गुणवत्ता, जल जीवन मिशन के कार्यो की असंतोषजनक गुणवत्ता इत्यादि संबंधी समस्याएं सामने रखी’’
‘‘जिला विकास प्राधिकरण में भवन निर्माण व इसकी स्वीकृति संबंधित सभी मामलों के त्वरित निराकरण हेतु 02 जुलाई को लगेगा जिला मुख्यालय में विशेष शिविर’’
‘‘अयुक्त गढ़वाल ने सभी संबंधित विभागीय अधिकारियों से समस्या निराकरण के तय की अवधि; साथ ही नियमित निगरानी और उसकी प्रगति आख्या प्रस्तुत करने के भी दिये निर्देश’’
‘‘ग्राम पंचायत और ग्राम विकास अधिकारियों को अपने- अपने क्षेत्र में बनें रहने के लिए डी0पी0आर0ओ0 को रोस्टर जारी करने के दिए निर्देश’’
आयुक्त गढ़वाल मण्ड़ल विनय शंकर पाण्डेय की अध्यक्षता में जनपद मुख्यालय के कलेक्ट्रेट में जनता दरबार का आयोजन किया गया और लोगों की सभी प्रकार की समस्याओं को सुना गया, सुझाव प्राप्त किये गये तथा समस्या समाधान के निर्देश दिये गये।
जनता दरबार में शहर के संभ्रांत नागरिकों ने पौड़ी शहर से जुड़ी हुई पेयजल, अतिक्रमण, पार्किंग, कूड़ा निस्तारण, आवारा पशुधन, असंतोषजनक चिकित्सा सेवा और पेयजल सप्लाई के बिलिंग से संबंधित समस्याएं सामने रखी; जिन पर आयुक्त ने उचित संज्ञान लेते हुए संबंधित विभागीय अधिकारियों से निर्धारित अवधि में इसका समाधान करने और कृत कार्यवाही से उनको अवगत कराने के निर्देश दिये।
नगर पालिका ईओ ने अवगत करवाया कि कूड़ा निराकरण हेतू डंपिंग जोन स्थल का चयन कर डीपीआर शासन को प्रेषित की जा चुकी है। इस पर आयुक्त ने लोगों को बताया कि स्थानीय लोगों के समन्वय से यदि कोई उपयुक्त स्थल उपलब्ध हो जाता है तो डंपिंग जोन को उस स्थान पर बनाने पर भी विचार किया जा सकता है।
अतिक्रमण मुक्ति के संबंध में आयुक्त ने कहा कि जिला प्रशासन व्यापार संघ, स्थानीय जनप्रतिनिधि और स्थानीय लोगों के समन्वय से अतिक्रमण चिन्हित करें। तत्पश्चात् जिला प्रशासन अतिक्रमण मुक्त की कार्यवाही पूर्ण करें।
शहर की पेयजल समस्या के निराकरण के संबंध में अधीक्षण अभियंता जल संस्थान ने अवगत कराया कि 27 कि0मी0 की पेयजन लाइन बन रही है तथा पौड़ी शहर की भविष्य में आबादी बढ़ने की संभावनाओं को देखते हुए श्रीनगर से पेयजन पंपिंग योजना की डीपीआर भी बनायी जायेगी।
शहर में पेयजल लिकेज और विधुत बिलिंग तार्किक बनाये जाने के संबंध में अधिशासी अभियंता जल संस्थान ने बताया कि वाटर लिकेज संबंधित समस्याओं का तत्काल निराकरण किया जायेगा साथ ही पेयजल की तार्किक बिलिंग हेतु वाटर मीटर लगाये जायेंगे।
नागरिकों ने शहर में सार्वजनिक स्थलों पर तथा छोटे बच्चों में नशे का प्रचलन बढ़ने की समस्या बतायी; जिस पर आयुक्त ने पुलिस विभाग, समाज कल्याण, बाल विकास विभाग इत्यादि को नशामुक्ति के विरुद्व व्यावहारिक और ठोस समाधान के निर्देश दिये।
उन्होने समस्त जनमानस से भी अपील की है कि कोई भी व्यक्ति यदि अवैध नशे का विक्रय अथवा बच्चों को नशा सामग्री बेचते पाया जाता है; तो उसकी गुप्त सूचना पुलिस व प्रशासन को दंे; सक्त कार्यवाही की जायेगी।