देहरादूनः सूबे के जनपद चमोली में बिजली के करंट से 15 लोगों की मौत की खबर से राजधानी देहरादून के मोब्बेवाला स्थित गीता इन्कलेव के वासिंदे कांप उठे। चमोली का दुखद हादसा बिजली के करंट से हुआ और यहां गीता इन्कलेव में लबालब पानी में डूबे बिजली के पोल एक तरह से मौत बनकर खड़े हैं। ऐसे में वहां के लोगों का सिहरना स्वाभाविक सी बात है।
बता दें किं गीता इन्कलेव में जल भराव ने जन जीवन अस्त व्यस्त कर दिया है। आवाजाही की परेशानी तो हो ही रखी है, लेकिन तालाब बनी सड़क पर बिजली के करंट का खतरा जीवन के जोखिम को और बढ़ा रहा है। चमोली हादसे की सूचना से यहां लोगों में भय का माहौल है। यहां के जनप्रतिनिधियों ने भी एक तरह हाथ खड़े कर रखे हैं। लोग बेहद डरे हुए हैं। यहां लोगों का दिन का चैन और रातों की नींद उड़ गई है।
मोहल्ल में जल निकासी के रास्ते अतिक्रमण ने बंद कर दिए हैं। समस्या को देखते हुए गत दिवस जल निकासी के लिए पंप का सहारा लिया जा रहा है।
स्थानीय निवासी गजेंद्र सिंह नयाल, उषा डोभाल, ममता गुलेरिया कमलजीत सिंह, अरूणा सेमवाल, दुर्गा देवी, किरन देवी के मुताबिक बरसात में बिजली के करंट का खतरा वैसे भी अधिक रहता है। यहां लाइनों के पोल लबालब पानी में हैं। ऐसे में यहां भी करंट का खतरा बना हुआ है। इसकी खतरे की प्रशासन को भी बाकायदा सूचना दी गई है। सड़क पर आवाजाही भी जान हथेली पर लेकर मजबूरीवश करनी पड़ रहा है। चमोली हादसे ने यहां लोगों की चिंताएं और बढ़ा दी है। लोगों यथा शीघ्र जान के जोखिम से निजात की मांग उठाई है।
हादसा