जयहरीखाल में आयोजित हुए स्वरोजगार शिविर
बेरोजगार युवाओ को स्वरोजगार से जोड़ने हेतु जनपद के विकास खण्ड परिसर जयहरीखाल में मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना शिविर आयोजन किया गया। शिविर में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत ब्लॉक की 15 स्वयं सहायता समूह ने नकद ऋण सीमा के अंतर्गत 22 लाख की धनराशि के लिए आवेदन किया। जबकि पशुपालन विभाग की योजनाओं के लिए 2 काश्तकारों ने अपने आवेदन जमा किए।
शिविर का शुभारंभ करते हुए ब्लाक प्रमुख दीपक भंडारी ने लोगों से प्रदेश सरकार द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ उठाने को कहा। उन्होंने कहा कि सरकार के द्वारा समाज कल्याण, उद्योग, पशुपालन, पर्यटन, कृषि आदि विभागों में कई कल्याणकारी योजनाएं संचालित की जा रही है जिनके माध्यम से युवाओं को अधिक से अधिक रोजगार मुहैया कराए जाना है। उन्होंने युवाओं से शिविर के माध्यम से स्वरोजगार के लिए अधिक से अधिक आवेदन करने का आवाह्न किया। शिविर में खण्ड विकास अधिकारी त्रिभुवन भारती ने शिविर के उद्देश्य और आयोजन पर विस्तार से रोशनी डाली। उन्होंने कहा कि एन आर एल एम के अंतर्गत ब्लॉक के 15 स्वयं सहायता समूह ने सीसीएल के माध्यम से 22 लाख का आवेदन किया है। जबकि पशुपालन विभाग के अंतर्गत बकरी बाड़ा और मुर्गी पालन के लिए दो आवेदन जमा किए गए हैं। इस मौके पर समाज कल्याण विभाग की ओर से स्वतः स्वरोजगार योजना व दुकान निर्माण योजना आदि की जानकारी दी गई। बताया गया कि स्वतः स्वरोजगार योजना के तहत 65 हजार की धनराशि तथा दुकान निर्माण के लिए 85 हजार की धनराशि सरकार की ओर से मुहैया कराई जा रही है। शिविर में एआईएफ के तहत कृषि अवसंरचना कोष के तहत वित्तीय सुविधा आदि की जानकारी दी गई। बताया गया कि कृषि उद्यमी स्टार्टअप के माध्यम से इन सुविधाओं का लाभ उठा सकते है। इस मौके पर कृषि अवसंरचना कोष के तहत बैंकिंग इकोसिस्टम निधि के उद्देश्य तथा हार्वेस्ट मैनेजमेंट प्रोजेक्ट आदि की जानकारी दी गई। साथ ही मार्केटिंग प्लेटफार्म पैकिंग हाउस सोर्टिंग व ग्रेडिंग इकाइयों कोल्ड चेन रसद सुविधा प्राथमिक प्रसंस्करण केंद्र आदि के बारे में तकनीकी जानकारियां दी गई। उन्होंने कहा कि विभाग के माध्यम से इन योजनाओं के लिए जरूरी जानकारियां विशेषज्ञों की ओर से मुहैया कराई जा रही है। वहीं उद्योग विभाग की ओर से पौधशाला की स्थापना सब्जी एवं मसाला बीज उत्पादन ग्रीन हाउस निर्माण औद्यानिक यंत्रीकरण व प्रबंधन की जानकारियां दी गई। उन्होंने कहा उद्यान विभाग के अंतर्गत इन योजनाओं के लिए समय-समय पर प्रशिक्षण भी आयोजित किए जाते हैं । साथ ही इन योजनाओं के लाभान्वित उनको सरकार की ओर से बैंक ऋण तथा अनुदान की व्यवस्था भी कराई जाती है । उन्होंने कहा कि इच्छुक लाभार्थी अपने आवेदनों को स्टाल पर जमा कर इन योजनाओं का लाभ उठा सकते हैं।
इस मौके पर सहायक प्रबंधक उद्योग माधव सिंह रावत केहर सिंह चौहान उद्यान पर्यवेक्षकअतुल चौहान, दुग्ध पर्यवेक्षक रूपेश कुमार दीपक डबराल डॉ मंजू पाल एसबीआई प्रबंधक अनुज कुमार संजय नेगी आदि उपस्थित रहे।