देहरादून क्षेत्रीय विधायक व कैबिनेट मंत्री डॉ प्रेमचंद अग्रवाल ने जी-20 कार्यक्रम की तैयारियों को लेकर संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। इस दौरान आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए। बैठक के बाद तमाम अधिकारियों के साथ डॉ अग्रवाल ने त्रिवेणी घाट पर निर्माणाधीन कार्यों का निरीक्षण भी किया। माननीय मंत्री ने रेलवे रोड स्थित एक होटल से आयोजित बैठक में मंत्री डॉ अग्रवाल ने जी-20 के दृष्टिगत त्रिवेणी घाट एवं ऋषिकेश विधानसभा में कराए जा रहे कार्यों की विभाग वार समीक्षा करते हुए समस्त विभागों के अधिकारियों को आपसी समन्वय से कार्य करते हुए 20 जून तक कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए।
डॉ अग्रवाल ने निर्देशित किया कि गुणवत्ता में किसी प्रकार का समझौता ना हो और निर्माण कार्यों को परमानेंट किया जाए, इसकी सुनिश्चिता की जाए। साथ ही निर्देश दिए कि मैनपावर बढ़ाते हुए रात्रि में भी निर्माण कार्य किए जाएं। उन्होंने निर्देशित किया कि विभाग स्थाई प्रकृति के कार्य करें तथा जो कार्य किए जा रहे हैं उनके रखरखाव की भी पूर्ण व्यवस्था बना ली जाए। उन्होंने नगर निगम ऋषिकेश के अधिकारियों को निर्देशित किया कि साफ सफाई का विशेष ध्यान रखें तथा नियमित सफाई कार्य सुनिश्चित किए जाएं। उन्होनें विभागों को निर्देश दिए कि मानसून के दृष्टिगत तैयारियां सुनिश्चित की जाए। ताकि बरसात होने पर अव्यवस्था न हो। उन्होंने नगर निगम को लाइटिंग कार्य, नाली सफाई, शौचालय मरम्मत तथा निराश्रित पशुओं को गौशालाओं में पहुंचाने के निर्देश दिए।
श्री अग्रवाल ने डीआईजी/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून को निर्देश दिए की कानून व्यवस्था में सुधार करते हुए सप्ताह अंत में पुलिस फोर्स बढ़ाई जाए, ताकि सड़को पर जाम की स्थिति और अराजकता से बचा जा सके। उन्होंने कार्य में लापरवाही किसी प्रकार की लापरवाही न बरतने के निर्देश दिए।
इस अवसर पर सचिव शहरी विकास डॉ विनय शंकर पांडे, सचिव प्रशासन विनोद कुमार सुमन, डीआईजीध्वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दलीप सिंह कुंवर, मुख्य विकास अधिकारी सुश्री झरना कमठान, सचिव एमडीडीए मोहन सिंह बर्निया,अपर जिला अधिकारी वित्त एवं राजस्व रामजीशरण शर्मा, पुलिस अधीक्षक ग्रामीण कमलेश उपाध्याय, उप जिलाधिकारी ऋषिकेश सौरभ असवाल, प्रभारी नगर आयुक्त नगर निगम ऋषिकेश तनवीर सिंह, अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग धीरेंद्र कुमार, निवेशक ग्रामीण विकास अभिकरण प्रदीप पांडे सहित विद्युत, सिंचाई, आदि संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।