देहरादून मंथन सभागार वन विभाग 85 राजपुर रोड देहरादून में माननीय मंत्री, पशुपालन, दुग्ध विकास एवं मत्स्य पालन गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग, प्रोटोकॉल कौशल विकास एवं सेवायोजन उत्तराखण्ड सरकार सौरभ बहुगुणा की अध्यक्षता में चिन्तन शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में कौशल विकास एवं सेवायोजन विभाग की कार्य नीतियों और कार्य योजनाओं एवं आगामी वर्षों के रोड मैप को लेकर गहन चर्चा की गयी। चिन्तर शिविर में विजय कुमार यादव, सचिव, कौशल विकास एवं सेवायोजन, विनोद गोस्वामी, निदेशक ( प्रशिक्षण)/परियोजना निदेशक, उत्तराखण्ड कौशल विकास समिति, हरवीर सिंह, निदेशक सेवायोजन तथा अन्य अधिकारियों द्वारा प्रतिभाग किया गया।
मा0 मंत्री द्वारा निर्देश दिये गये कि वर्ष 2025 तक जब हमारा राज्य 25 वर्ष का होगा तब विभाग का उद्देश्य अधिक से अधिक युवाओं को आई टी आई एवं लघु अवधि प्रशिक्षण कार्यक्रम के माध्यम से प्रशिक्षित कर रोजगार के अवसर उपलब्ध कराना है। माननीय मंत्री जी द्वारा गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण दिये जाने पर विशेष बल दिया गया। प्रशिक्षण उपरांत रोजगार उपलब्ध कराना ही समस्त कौशल प्रशिक्षण योजनाओं का मुख्य उद्देश्य होना चाहिए तथा इसी आधार पर प्रशिक्षण प्रदान करने वाली संस्थाओं को चयन होना चाहिए। माननीय मंत्री ने कौशल प्रशिक्षण योजनाओं का अधिक से अधिक प्रचार प्रसार किये जाने तथा प्रशिक्षण के दौरान युवाओं को औद्योगिक इकाइयों में में प्रशिक्षण प्रदान किये जाने के निर्देश दिए। साथ ही वर्ष 2025 तक राज्य की समस्त राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों का उच्चीकरण कर उनमें राष्ट्रीय स्तर का प्रशिक्षण प्रदान करते हुए उद्योगो की मांग के अनुरूप उन्नत बनाने हेतु जोर दिया गया। कौशल विकास विभाग के अन्तर्गत राज्य के युवाओं हेतु सेन्टर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना की जा रही है जो विभाग एवं उधोगो की संयुक्त साझेदारी के माध्यम से विकसित किये जा रहे हैं। सी ओ ई के माध्यम से उच्च गुणवत्ता एवं उद्योगों की मांग के अनुकूल स्किल मैन पॉवर तैयार की जायेगी। वर्तमान में इलैक्ट्रिकल, मैनुफैक्चुरिंग एवं टेक्सटाइल के क्षेत्रों में सी ओ ई स्थापित किये जाने की प्रक्रिया गतिमान है। विभागीय मंत्री द्वारा विभागीय सचिव को निर्देश दिये गये है कि दोनो विभागों में समन्वय स्थापित कर प्रशिक्षार्थियों को ओ.जे.टी एवं अप्रेन्टिस हेतु गन्ना विभाग के अन्तर्गत संचालित चीनी मिलों में भेजा जाए तथा गन्ना विभाग के विभागीय अधिकारियों द्वारा माह में दो बार राजकीय संस्थानों में गेस्ट लेक्चर दिया जाए। माननीय मंत्री जी द्वारा यह भी निर्देश दिये गये है कि प्रत्येक वर्ष राज्यों के समस्त राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों से 25 मेधावी प्रशिक्षार्थियों को राष्ट्रीय स्तर के संस्थानों में भ्रमण कराया जाय।