पौड़ी जिलाधिकारी डॉ0 आशीष चौहान ने एनआईसी कक्ष में जल जीवन मिशन की समीक्षा बैठक ली। उन्होंने जल संस्थान व जल निगम के अधिकारियों को निर्धारित लक्ष्य के सापेक्ष कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिये।
जिलाधिकारी ने पेयजल निगम, जल संस्थान व संबंधित अधिकारियों को दिये गये लक्ष्य के सापेक्ष शेष कार्याे को 15 जून तक पूर्ण करने के निर्देश दिये। उन्होंने अधीक्षण अभियंता जल निगम को सभी अधिशासी अभियंताओं के स्तर पर कंट्रोल रूम स्थापित करते हुए प्रतिदिन हो रहे कार्यों की फोटोग्राफ के साथ विवरण प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। कार्यों में तेजी न लाने पर जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को सख्त चेतावनी दी है कि निर्धारित लक्ष्य के सापेक्ष कार्य पूर्ण नहीं करते हैं तो उनकी सैलरी पर रोक लगा दी जाएगी।
जल जीवन मिशन के अंतर्गत कुल 2764 कार्यों में से 2746 के टेंडर प्रक्रिया पूर्ण तथा 1852 कार्य पूर्ण हो चुके हैं। जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को शेष कार्यों को 15 जून तक पूर्ण करने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने बताया कि वनाधिकार अधिनियम 2006 के तहत गठित जिला स्तरीय वन भूमि संबंधित जिला स्तरीय समिति को अधिकार है कि बूनियादी सुविधाओं के क्रियान्वयन हेतु एक हेक्टर से कम वन भूमि पर यदि 75 से कम पेड़ आ रहे हैं तो ऐसे स्थिति में समिति पेड़ों के कटान का निर्णय लेने में सक्षम है। इसी के तहत वन भूमि में जल जीवन मिशन के 10 कार्यो में से 2 अलग-अलग स्थान भेडाहंसूड़ी में 37 व कर्ति कोठार में 43 पेड़ आ रहे हैं। बैठक में समिति द्वारा यह निर्णय लिया गया है कि संबंधित दो स्थानों पर एक हैक्टर से कम भूमि तथा 75 से कम पेड़ों के कटान की कार्यवाही आगे बड़ायी जायेगी।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी अपूर्वा पाण्डे, डीएफओ स्वप्निल अनिरूद्व, अधीक्षण अभियंता पेजयल निगम, अधीक्षण अभियंता जल संस्थान प्रवीण सैनी, अधिशासी अभियंता जल संस्थान पौड़ी एस0के0 रॉय, जल निगम पौड़ी बीरेंद्र भट्ट, श्रीनगर दिशा, पीएम स्वजल दीपक रावत सहित अन्य अधिकरी उपस्थित थे।