देहरादून, जिलाधिकारी श्रीमती सोनिका की अध्यक्षता में ऋषिपर्णा सभागार कलेक्ट्रेट में जनसुनवाई का आयोजन किया गया। जनसुनवाई में 120 शिकायतें प्राप्त हुई। प्राप्त शिकायतों में भूमि विवाद, भूमि सीमांकन, वृद्वजनों से सम्बन्धित शिकायत, अतिक्रमण, आपसी विवाद पेयजल, विद्युत आदि शिकायतें प्राप्त हुईं। जिलाधिकारी ने सम्बन्धित विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए कि फरियादियों की समस्याओं को ध्यान से सुने तथा उनका समयबद्ध निस्तारण करें। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि जनसुनवाई में प्राप्त अपने विभागों से सम्बन्धित शिकायतों के निस्तारण की समस्या अपने स्तर से भी करें। ताकि फरियादियों को अनावश्यक कार्यालयों के चक्कर न लगाने पड़े।
जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि जनसुनवाई में प्राप्त हो रही शिकायतें का त्वरित निस्तारण करें, अन्य शिकायतें जिन पर जाचं के उपरान्त कार्यवाही संभव है पर समयावधि के अन्तर्गत कार्यवाही पूर्ण करते हुए निस्तारण करें। जनसुनवाई में तहसील विकासनगर अन्तर्गत अजीतनगर में परिजनों द्वारा कूटरचित तरीके से भूमि पर कब्जा करने, ईस्टहोपटाउन में प्रापर्टी डीलर द्वारा धनराशि लेने के पश्चात भी रजिस्ट्री न करने, छरबा में ग्राम समाज की भूमि पर अतिक्रमण करने की शिकायत पर उप जिलाधिकारी विकासनगर को कार्यवाही के निर्देश दिए। तहसील सदर अन्तर्गत वर्ष 2002 में आयुक्त गढवामण्डल के आदेश के उपरान्त भी राजस्व अभिलेखों में नाम न चढने की शिकायत पर उप जिलाधिकारी सदर को जांच कर कार्यवाही के निर्देश दिए गए। सहसस्त्रधारा में बिल्डर द्वारा एसटीपी मानकों के अनुसार न बनाए जाने की शिकायत पर एमडीडीए एवं प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को नियमानसुार कार्यवाही के निर्देश दिए गए।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी सुश्री झरना कमठान, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व रामजीशरण शर्मा, उप जिलाधिकारी सदर नंदन कुमार (आईएएस), उप जिलाधिकारी हरिगिरी गोस्वामी, उप जिलाधिकारी मुख्यालय शालिनी नेगी, जिला विकास अधिकारी सुशील मोहन डोभाल, जिला प्रोबेशन अधिकारी मीना बिष्ट, अधि अभि विद्युत राकेश कुमार, सिंचाई, लोनिवि, पेयजल, जल संस्थान, समाज कल्याण सहित संबंधित विभागों के अधिकारी/कार्मिक उपस्थित रहे तथा उप जिलाधिकारी विकासनगर विनोद कुमार, ऋषिकेश योगेश मेहरा, डोईवाला अपर्णा ढौंडियाल, चकराता युक्ता मिश्रा सहित अन्य अधिकारी वर्चुअल माध्यम से जुड़े रहे।