निदेशक इस्पात मंत्रालय और केन्द्रीय नोडल अधिकारी अरूण कुमार और वैज्ञानिक राष्ट्रीय जल विज्ञान संस्थान रूड़की अश्वनी रानाडे के नेतृत्व में जल शक्ति अभियान ’कैच द रेन’ कार्योें के अन्तर्गत ल्वाली में सिंचाई विभाग द्वारा निर्मित झील का निरीक्षण, वृक्षारोपण कार्यक्रम में प्रतिभाग कर स्वंय सहायता समूहों की महिलाओं से मुलाकात कर जल संरक्षण व संबर्द्धन के संबंध में जागरूक किया।
भारत सरकार द्वारा जल शक्ति अभियान हेतु नामित किये गये निदेशक अरूण कुमार व वैज्ञानिक राष्ट्रीय जल विज्ञान संस्थान रूड़की ने ल्वाली में झील निरीक्षण किया। उन्होंने जल संरक्षण के क्षेत्र में किये गये कार्यों की जानकारी ली, उन्होंने जल शक्ति अभियान, अमृत सरोवर योजना, जल स्त्रोत पुनर्जीवन, वर्षा जल संरक्षण, चाल-खाल आदि के संबंध में जानकारी लेते हुए सम्बधित अधिकारियों को योजना का प्रचार प्रसार करने के निर्देश दिये। उन्होंने वन विभाग की के सहयोग से ल्वाली झील के किनारे वृक्षारोपण कर पेड़ों की संख्या बढ़ाकर पर्यावरण को सुरक्षित रखने का सन्देश भी दिया। इसके पश्चात उन्होंने स्वंय सहायता समूहों की महिलाओं से मुलाकात कर क्षेत्र में किये जा रहे जल संरक्षण व संवर्द्धन के कार्यो की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि ’कैच द रेन’ जल संरक्षण अभियान को स्थानीय लोगों के सहयोग से ही सफल बनाया जा सकता है।
इस अवसर पर जिला विकास अधिकारी पुष्पेंद्र सिंह चौहान, डीएफओ सोहन लाल, एडीपीआरओ नितिन नौटियाल सहित सम्बंधित अधिकारी, कर्मचारी व स्वंय सहायता समूहों की महिलायें उपस्थित थी।
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