जिलाधिकारी डॉ0 विजय कुमार जोगदण्डे की अध्यक्षता में पहाड़ी उत्पादों को ऑनलाइन प्रक्रिया से जोड़ने हेतु बैठक आयोजित की गई। इस दौरान कृषि विभाग, समाज कल्याण, पंचायतीराज, उद्योेग, बाल विकास विभाग व ब्रेनरॉक कंपनी के सीईओ उपस्थित थे। जिलाधिकारी ने ब्रेनरॉक कंपनी के सीईओ को निर्देश दिये कि बुनियादी स्तर पर आवश्यक तैयारी पूर्ण करते हुए किसी एक उत्पाद के विक्रय का मॉडल तैयार कर उसके परिणाम जो आएंगे उसे 20 दिन में प्रस्तुत करें। जिससे बेहतर परिणाम आने पर अन्य उत्पादों की भी उसमें शामिल किया जा सके।
जिलाधिकारी ने कहा कि वर्तमान में कोई ऐसा फार्म नहीं है जिसके माध्यम से ऑनलाइन प्लेटफॉर्म का उपयोग करके ग्रामीण उत्पादों की सामाग्री को विक्रय किया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि ग्रामीण इलाकों में स्वयं सहायता द्वारा जो उत्पाद बनाया जाता है उसके लिए ई-मार्केटिंग का उपयोग किया जाय। उन्होंने संबंधित संस्था को कहा कि उत्पाद का एक मॉडल तैयार करें तथा उसमें सुझाव भी सामिल करें। कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में स्वयं सहायता समूहों द्वारा जो उत्पाद तैयार किये जाते हैं उसकी बिक्री हेतु कार्य किया जाएगा। जिससे ग्रामीण उत्पादों को राज्य व देश में बढावा मिल सकेगा, साथ-साथ उनकी आय में भी बढोतरी हो सकेगी। इस दौरान वहां उपस्थित अधिकारियों ने अपने-अपने सुझाव भी प्रस्तुत किये।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी अपूर्वा पांडे, पीडी डीआरडीए संजीव कुमार रॉय, मुख्य कृषि अधिकारी अमरेंद्र चौधरी, जिला पंचायतीराज अधिकारी जितेंद्र कुमार, बाल विकास अधिकारी जितेंद्र कुमार, एनआईसी अधिकारी अभिषेक श्रीवास्व, समाज कल्याण अधिकारी धनंजय लिंगवाल, ब्रेनरॉक कंपनी के सीईओ विशाल कुमार सहित अन्य उपस्थित थे।