जनता के कामों में सक्रिय रहने वाले मंत्री डा धन सिंह रावत ही विपक्ष के निशाने पर क्यों हैं। मीडिया में भी यह सवाल प्रमुखता से उठाया जा रहा है, जो स्वाभाविक भी है। लेकिन इसे दुर्भाग्य ही कहा जाएगा। जो बंदा जनता के लिए रात दिन एक किए है उसी पर सभी का निशाना है। इस स्वार्थपुलोपता से चालाक लोगों का फायदा तो हो सकता है कि लेकिन नुकसान सीधा जनता को ही उठना पड़ता है।
सीधी सी बात है कि उत्तराखंड सरकार में शिक्षा व स्वास्थ्य जैसे अहम महकमे संभालने वाले डा धन सिंह रावत सबसे सक्रिय मंत्रियों में से हैं। 365X 7 में उन्हें ज्यादातर प्रदेश के अन्य क्षेत्र में ही जनता के बीच कार्यक्रमों पाया जाता है। और यही सक्रियता विपक्ष को हर मोर्चे पर मात देने के लिए काफी है। यही वजह है कि डा धन सिंह विपक्ष के निशाने पर रहते हैं।
उनकी सक्रियता से व्यवस्थाओं में निरंतर सुधार हो रहा है और इसी कारण विपक्ष में बौखलाहट है। और यही बौखलाहट विपक्षी नेताओं को अंटशंट हरकतें व अनर्गल बयान देने को मजबूर कर देती है।
लेकिन अब जनता बहुत समझदार हो गई है। ध्यान रहे प्रदेश की जनता भोली जरूर है लेकिन मूर्ख नहीं है। वह डा धन सिंह रावत के खिलाफ विपक्ष के षडयंत्रों को भले से समझ रही है। कि छवि खराब के कुप्रयासों के अलावा विपक्ष के पास कुछ भी नहीं है।