कांग्रेस हाईकमान ने लंबी चर्चाओं के बाद उत्तराखंड में पार्टी के सेनापति तय कर लिए हैं। इसमें क्षेत्रीय व जातीय संतुलन साधने की कोशिश काफी अधिक हुई है। कांग्रेस की कोशिश है कि वह 2022 के विधानसभा चुनाव में हवाओं के अपने पक्ष में कैसे करे। राठ क्षेत्र से आने वाले गणेश गोदियाल को प्रदेश की कमान दी गई है। जबकि प्रदेश अध्यक्ष रहे प्रीतम सिंह नेता पक्ष होंगे। इसके अलावा खेमों को संतुष्ट करने की भी कोशिश हुई है। चार कार्यकारी अध्यक्ष बनाकर पंजाब का फार्मूला अपनाया गया है।
कांग्रेसी दिग्गज व उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को चुनाव कमेटी की कमान सौंपी गई है।
पूर्व विधायक गणेश गोदियाल को हरीश खेमे का माना जाता है तो कार्यकारी अध्यक्ष बनाए गए भुवन कापड़ी और तिलक राज बेहड़ प्रीतम सिंह के नजदीकी हैं। पूर्व विधायक प्रो. जीत राम और रंजीत रावत प्रीतम सिंह के ज्यादा निकट हैं।
बताया जा रहा है कि कार्यकारी अध्यक्ष बनाकर अपने लोगों को सेट करने में प्रीतम की भूमिका अहम रही। पार्टी में समन्वय स्थापित करने के लिए पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय कांग्रेस समन्वय समिति में जगह दी गई। वहीं नव प्रभात, प्रदीप टम्टा, नेता प्रतिपक्ष स्वर्गीय इंदिरा हृदयेश के बेटे सुमित हृदयेश को भी तरजीह मिली है।