देहरादून जिलाधिकारी श्रीमती सोनिका की अध्यक्षता में ऋषिपर्णा सभागार कलेक्टेªट में पल्स पोलियो अभियान को सफल बनाने तथा बूथ दिवस 03 मार्च 2024 को 0-5 वर्ष तक के सभी बच्चों को खुराक पिलाने, पोलियो बूथ पर समस्त, सुविधाएं एवं व्यवस्थाएं बनाने के सम्बन्ध में बैठक आयोजित की गई।
जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि पल्स पोलियो खुराक से कोई भी बच्चा वंचित न रहे इसके लिए व्यापक स्तर पर व्यवस्थाएं करते हुए बच्चों को आच्छादित करें। उन्होंने कहा कि अधिक से अधिक बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाए जाने तथा मलिन बस्तियों के बच्चों पोलियोे तक पंहुच हेतु व्यापक योजना के अन्तर्गत कार्य किया जाए ताकि जनपद में कोई भी बच्चा इस प्रतिरक्षण कार्यक्रम से वंचित न रहे।
जिलाधिकारी ने जिला कार्यक्रम अधिकारी बाल विकास आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को पल्स पोलियो अभियान में शत-प्रतिशत भागीदारी सुनिश्चित करने। विद्युत विभाग को निर्बाध विद्यु व्यवस्था बनाये रखने, शिक्षा विभाग को बूथ दिवस पर जिन प्राइमरी पाठशालाओं / जूनियर हाईस्कूलों में बूथ स्थापित हैं, उन्हें रविवार दिनांक 03 मार्च, 2024 को बूथ दिवस के दिन खुला रखते हुए तथा स्कूलों को प्रार्थना सभाओं में छात्र/छात्राओं के माध्यम से 0 से 5 वर्ष के बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाने के लिए निकटतम बूथ पर आने के लिए प्रेरित करेंगे।
विकास विभाग ग्रामीण क्षेत्रों में जनप्रतिनिधियों ग्राम प्रधान, क्षेत्र पंचायत सदस्य के माध्यम से अभियान का प्रचार प्रसार के साथ ही क्षेत्रों में पल्स पोलियो कार्यकर्ताओं को सहयोग प्रदान करने को कहा। पुलिस विभाग को जनपद के विभिन्न आवागमन के स्थलों ट्रॉजिंट प्वाइंटों पर अपने अधीनस्थ पुलिस कर्मियों को स्थलों पर नियुक्त कर आवागमन कर रहें 0 से 05 वर्ष तक बच्चों को दवा पिलाने में सहयोग दें। सूचना विभाग को प्रचार प्रसार करने के निर्देश दिए। स्वयं सेवी संस्थाओं से अपने-अपने स्तर से पल्स पोलियो अभियान में प्रचार-प्रसार के साथ अपना सहयोग प्रदान करने की अपेक्षा की गई।
मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 संजय जैन ने जानकारी देते हुए बताया कि जनपद में 0-05 वर्ष तक के 2,33,500 बच्चों को पल्स पोलियो खुराक पिलाने का लक्ष्य रखा गया है।, जिसमें 03 मार्च 2024 को बूथ पर तथा 04- मार्च से 09 मार्च तक घर-घर जाकर खुराक पिलाई जाएगी।
जनपद में 1501 बूथ बनाए गए हैं, जिनमें स्थिर बूथ 1403, ट्रांजिट बूथ 72, मोबाईल बूथ 26 है। कार्यक्रम के लिए 339 पर्यवेक्षक, 1360 टीम घर-घर तक ड्राप पिलाने, 94 टंªाजिट टीम, 38 मोबाईल टीम, लगाई गई है।