वनाग्नि की रोकथाम हर एक की जिम्मेदारीः जिलाधिकारी
जिलाधिकारी गढ़वाल डॉ0 विजय कुमार जोगदण्डे की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में जिला स्तरीय वनाग्नि सुरक्षा कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिलाधिकारी ने कहा कि वनाग्नि को रोकथाम हेतु हर नागरिक को आगे आना चाहिए, जिससे पर्यावरण के साथ ही पेड़-पौधे सुरक्षित रह सकेंगे। उन्होंने संबंधित अधिकारी को निर्देशित किया कि फायर सीजन को लेकर अभी से तैयारियां पूर्ण करना सुनिश्चित करें। उन्होंने मुख्य विकास अधिकारी को निर्देशित किया कि वन विभाग को जनपद के समस्त ग्राम प्रधान, ग्राम विकास अधिकारी, होमगार्ड, पीआरडी तथा जिन कार्मिकों की पोलिंग बूथों में ड्यटी लगी थी उनके संपर्क नम्बर उपलब्ध कराएं, जिससे उस क्षेत्र में आग की घटना होने पर उन्हें संपर्क कर सूचित किया जा सकेगा। इस दौरान जिलाधिकारी ने वनाग्नि सुरक्षा योजना हेतु कुल लागत 2107.113 लाख अनुमोदन किया।
जिलाधिकारी डा0 जोगदण्डे ने आयोजित बैठक में डीएफओ गढ़वाल को निर्देशित किया कि सड़कों के किनारे फैले पिरूल को एकत्रित कर नष्ट करें। जिससे आग लगने की संभावनाएं कम हो सकेंगी। साथ ही उन्होंने कहा कि जनपद में सांस्कृतिक प्रोग्रामों के माध्यम से जन जागरूक अभियान चलाएं, जिससे लोग वनाग्नि के प्रति जागरूक हो सकेंगे। साथ ही उन्होंने प्रत्येक ग्राम पंचायत में वनाग्नि संबंधित जागरूक पोस्टर लगाने के निर्देश भी दिये। इसके अलावा उन्होंने कहा कि जनपद के विभिन्न विद्यालयों में वनाग्नि रोकथाम हेतु पेंटिग प्रतियोगिता व निबंध प्रतियोगिता का आयोजन करवाना सुनिश्चित करें तथा वहां उच्चस्तरीय अधिकारियों को भी आमंत्रित करें। साथ ही उन्होंने निर्देशित किया कि वनाग्नि से कर्मियों की सुरक्षा हेतु फायर ग्लव्स, टॉर्च, टुल्लू पंप, फायर बूट सहित अन्य सामाग्री कर्मियों को उपलब्ध कराएं। जिलाधिकारी ने डीएफओ को निर्देशित किया कि मार्च, 2022 के अंतिम सप्ताह में मॉक ड्रिल का आयोजन करवाएं, जिससे कार्मिकों को आग पर काबू पाने हेतु काफी सहायता मिलेगी। इस दौरान उन्होंने कहा कि वनाग्नि रोकथाम हेतु विभागीय कर्मचारियों को अपील संदेश जारी करें। कहा कि जिन क्षेत्रों में आग लगने की ज्यादा घटना होती है वहां नियमित रूप से गस्त बड़ाना सुनिश्चित करें।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी प्रशांत कुमार आर्य, डीएफओ गढ़वाल मुकेश कुमार, सिविल एवं सोयम सोहन लाल, लैंसडाउन अमरेश कुमार, जिला विकास अधिकारी पुष्पेंद्र चौहान, उप प्रभागीय वनाधिकारी पौड़ी राजेंद्र रावत, सीओ प्रेम लाल टम्टा, मुख्य कृषि अधिकारी अमरेद्र चौधरी, ईओ नगर पालिका प्रदीप विष्ट सहित अन्य उपस्थित थे।