देहरादून राज्य सरकार की प्राथमिकताओं में सम्मिलित कार्यक्रम “ सरकार जनता के द्वार’ ‘हमारा संकल्प अनुशासित प्रदेश’’ एवं ‘हमारा संकल्प भयमुक्त समाज’ के माध्यम से जन-कल्याणकारी योजनाओं का लाभ आम जनमानस, अंत्योदय तक पहुंचाये जाने के उद्देश्य से मा0 मंत्री जी, वन, भाषा, निर्वाचन व तकनीकी शिक्षा/ प्रभारी मंत्री (देहरादून) श्री सुबोध उनियाल की अध्यक्षता में विकास खण्ड सहसपुर के ग्राम कोटडा-कल्याणपुर विरसनी, कोटला चैक में जन समस्याओं की सुनवाई की गई। सरकार जनता के द्वार कार्यक्रम में 42 शिकायतें प्राप्त हुई, लोक निर्माण विभाग, वन विभाग, राजस्व, विद्युत विभाग, स्वास्थ्य, सिंचाई, पंचायती राज आदि विभागों से संबंधित प्राप्त हुई।
इस अवसर पर माननीय वन मंत्री श्री उनियाल ने कहां की सरकार जनमानस के प्रति संवेदनशील है, सरकार प्रत्येक क्षेत्र में कार्य करने वालों के लिए कार्य कर रही है, महिला, बच्चे, बुजुर्ग युवा सभी वर्गों के हितों के लिए गंभीर है। उन्होंने सरकार के एक साल पूर्ण होने पर सरकार की उपलब्धि ‘एक साल बेमिसाल’ का उल्लेख करते हुए कहा उनकी सरकार की नीति एवं नियत का उल्लेख करते हुए सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी गई। कहा कि स्वच्छता के प्रति जागरूक करने एवं जन कल्याणकारी योजनाओं से ग्रामीणों को लाभान्वित करने हेतु सरकारी विभागों के साथ-साथ स्थानीय जनप्रतिनिधियों दायित्व है कि वह सरकार द्वारा संचालित जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी आम जनमानस तक पंहुचाए, जिससे जनमानस सरकार की रोजगारपरक एवं जनकल्याणकारी योजनाओं से लाभान्वित हो सके। उन्होने कहा बिना जनमानस की सहभागिता योजना को धरातल पर उतारना कठिन होता है, इसके लिए जनमानस की भागीदारी आवश्यक है। उन्होंने स्थानीय युवाओं से सरकार द्वारा संचालित स्वरोजगार योजना का लाभ लेने का अनुरोध किया जिससे युवा आत्मनिर्भर होंगे तथा अन्य को भी रोजगार देने वाले बनेंगे। कार्यक्रम में कृषि उद्यान पशुपालन विभाग से शिकायतें प्राप्त होने पर माननीय मंत्री जी ने हैरानी व्यक्त करते हुए कहा कि क्षेत्र कृषि प्रधान क्षेत्र लग रहा है क्षेत्र में शिकायत कृषि,उद्यान एवं पशुपालन से सम्बन्धित शिकायतें प्राप्त ना होना हैरानी करने वाला है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार युवाओं के भविष्य के लिए प्रतिबद्ध है जिसके लिए सरकार ने कड़ा नकल विरोधी कानून लागू किया है, नकल में संलिप्त के लोगों को जेल में में डाला है। उन्होंने कहा कोई भी व्यक्ति आशावान होकर भाव, अभाव एवं प्रभाव के दृष्टिगत आते हैं इसलिए अधिकारी अपने स्तर पर क्षमता के अनुसार सम्बन्धित की शिकायतों पर कार्यवाही करें।