हरिद्वार: श्रीमती अंजना पंवार मा0 उपाध्यक्षा राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय भारत सरकार की अध्यक्षता में, सोमवार को कलक्ट्रेट सभागार में, सफाई कर्मचारियों तथा उनके आश्रितों के सामाजिक, आर्थिक व शैक्षिणिक जीवन का अध्ययन करने तथा उनके पुनर्वास के लिये स्वरोजगार योजना के सम्बन्ध में एक समीक्षा बैठक आयोजित हुई।
बैठक में श्री पी0एल0 शाह अपर जिलाधिकारी(प्रशासन) ने उपाध्यक्षा राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय भारत सरकार को हरिद्वार की धार्मिक, सामाजिक, भौगौलिक, जनसंख्या तथा आर्थिक पृष्ठभूमि एवं नगर निगम, नगरपालिका, नगर पंचायत आदि में सफाई कार्मिकों की भूमिका के सम्बन्ध में विस्तार से जानकारी दी।
समीक्षा बैठक को सम्बोधित करते हुये श्रीमती अंजना पंवार मा0 उपाध्यक्षा राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का उल्लेख करते हुये कहा कि प्रधानमंत्री के मन में अन्तिम छोर पर खड़े व्यक्ति के प्रति काफी संवेदना हैं। उन्होंने कहा कि हरिद्वार नगर निगम को स्वच्छता के क्षेत्र में जो 25वां स्थान मिला है, उसमें इन सफाई कर्मचारियों का महत्वपूर्ण योगदान है।
श्रीमती अंजना पंवार ने नगर निगम हरिद्वार एवं रूड़की आदि के अधिकारियों से नगर निगमों आदि में सफाई कर्मचारियों के ढांचे, डोर-टू-डोर कूड़ा कलक्शन तथा यहां की सफाई व्यवस्था आदि के सम्बन्ध में विस्तार से जानकारी ली। अधिकारियों ने यह भी बताया कि ठेके पर सफाई व्यवस्था कराने के अलावा विशेष आयोजनों में सफाई की अलग से व्यवस्था की जाती है। उपाध्यक्षा राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि सफाई व्यवस्था ठेके पर न कराकर इसके लिये सफाई कर्मचारियों की नियमित भर्ती की जाये।
बैठक में सफाई कर्मचारियों के विभिन्न संगठनों ने मा0 उपाध्यक्ष श्रीमती अंजना पंवार के सम्मुख कम वेतन मिलना, ई0पी0एफ0 की कटौती न होना, वेतन मिलने में विलम्ब होना, पेंशन का बन्द होना, मृतक आश्रित के पद पर नौकरी दिलाया जाना, नियमित भर्ती किया जाना, अवकाश अवधि में दोगुना भुगतान किया जाना, आदि विभिन्न समस्याओं को रखा। इस पर मा0 अध्यक्षा श्रीमती अंजना पंवार, ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि उन्हें श्रम कानूनों के अनुसार वेतन दिया जाये, सफाई कर्मचारियों को सब जगह समय पर वेतन दिया जाये, प्रत्येक सफाई कर्मचारी का ब्लड गु्रप सहित आईकार्ड बनाया जाये, प्रत्येक तीन महीने में सफाई कर्मचारियों का हेल्थ चेकअप किया जाये तथा इन्हें मौसम के अनुसार वर्दी दी जाये।