जिलाधिकारी डॉ0 विजय कुमार जोगदण्डे की अध्यक्षता में वनाग्नि रोकथाम के संबंध में कलेक्ट्रेट सभागार में समीक्षा बैठक आयोजित की गयी। बैठक में डीएफओ मुकेश कुमार द्वारा प्रजेन्टेशन के माध्यम से वर्तमान समय में जनपद में हुई वनाग्नि तथा भविष्य में वनाग्नि के संवेदनशील क्षेत्रों, इसके पीछे मानवीयकरण तथा इसकी रोकथाम के लिए किये जा सकते प्रयासो की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि जनपद में वर्तमान समय में वनाग्नि के पीछे केवल मानवीय कारक जिम्मेदार हैं। कहा कि असामाजिक तत्व तथा जाने-अनजाने में लोग जंगल में आग लगा रहे हैं तथा उनको पर्यावरण के होेने वाले नुकशान, उन पर वैधानिक कार्यवाही, उनकी कांउसिलिंग, तत्काल प्रभावी नियंत्रण पाकर वनाग्नि को रोका जा सकता है।
जिलाधिकारी ने समस्त विभागों को अपने-अपने स्तर पर लोगों को वनाग्नि की रोकथाम हेतु जागरूक करने को कहा। कहा कि वनो में आग लगाने वाले व्यक्तियों की सूचना देने वाले व्यक्ति को 500 रूपये की धनराशि से पुरस्कृत किया जाएगा तथा उसका नाम गोपनीयता रखा जाएगा। साथ ही उन्होंने पंचायतीराज, ग्राम सभा व बीडीसी की बैठकों में लोगों को जागरूक करने को कहा उन्होंने शिक्षा विभाग को स्कूली बच्चों के माध्यम से लोगों तक वनाग्नि रोकथाम का संदेश देने तथा अन्य विभागों को भी अपेक्षित सहयोग प्रदान करने के निर्देश दिये। उन्होंने प्रभागीय वनाधिकारी को अपने विभागीय क्षेत्रों के अधिकारियों के मोबाइल नम्बरों को पंचायत विभाग, ग्राम्य विकास विभाग, लोक निर्माण विभाग, सिंचाई विभाग सहित अन्य विभागों को उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। साथ ही उन्होंने कहा कि मोबाइल नम्बरों की सूचना सार्वजनिक स्थानों पर चस्पा करने के निर्देश भी दिये। वहीं डीएफओ ने कहा कि इसके लिए जिस तरह से वन विभाग के साथ-साथ पंचायतीराज, ग्राम्य विकास, बाल विकास, सूचना, राजस्व विभाग, पुलिस विभाग, पीआरडी, होमगार्ड, स्थानीय नगर निकाय आदि विभागों का वन विभाग को सहयोग प्राप्त हो रहा है। उन्होंने आगे भी इसको ओर सक्रियता से प्रदान करने की अपील की है।