जिलाधिकारी डॉ0 आशीष चौहान की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट कार्यालय कक्ष में जनपद के विभिन्न स्थानों पर बाघ से संबंधित घटनाओं पर अंकुश लगाने के संबंध में बैठक आयोजित की गयी। उन्होंने कहा कि जनपद के उन स्थानों को चिन्हित कर लिया जाए जहां पिछले 10 वर्षों में बाघ से संबंधित घटनाएं हुई हैं। उन्होंने कहा कि जिन स्थानों/गांवों में बाघ के सक्रियता अधिक देखी जा रही है, उन स्थानों पर बाघ सुरक्षा समिति बनाई जाए तथा स्थानीय ग्रामीणों के सहयोग से इस समिति का क्रियान्वयन किया जाए। उन्होंने कहा कि बाघ सुरक्षा समिति के सदस्यों को मूलभूत चीजें जैसे टॉर्च, लाइटें, डंडे, नेट (जाल) आदि सामग्री उपलब्ध कराकर वन विभाग से समन्वय स्थापित कर उनका व्हाट्सएप ग्रुप बनाया जाएगा, जिससे बाघ की सूचना मिलने पर वे जानकारी उपलब्ध करा पाएंगे। उन्होंने कहा कि इसमें पीआरडी के माध्यम से प्रशिक्षित जवानों को शामिल किया जाए जो क्षेत्रों में लगातार पेट्रोलिंग कर संभावित खतरे से लोगों को सतर्क करेंगे।