महासू मंदिर में देव दर्शनों के लिए हिमाचल से भी होगा बसों का संचालन
– पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज के अनुरोध पर हिमाचल के परिवहन मंत्री ने दी स्वीकृति
देहरादून। महासू देवता के दर्शनों की इच्छा रखने वाले श्रद्धालुओं के लिए अच्छी खबर आई है। हनोल स्थित महासू मंदिर में देव दर्शनों के लिए जागरा (देवनायणी) राजकीय मेला पर्व पर प्रदेश के विभिन्न स्थानों के साथ ही सीमावर्ती राज्य हिमाचल से आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए हिमाचल से भी बसों की सुविधा मिलेगी। वहां के उप मुख्यमंत्री और परिवहन मंत्री ने प्रदेश के पर्यटन, संस्कृति एवं धर्मस्व मंत्री सतपाल महाराज से हुई बातचीत के बाद शिमला और रोडू से हनोल जांगड़ा के लिए बसों के संचालन की स्वीकृति दे दी है।
हनोल स्थित महासू मंदिर में 18 एवं 19 सितम्बर को देव दर्शनों के लिए जागरा (देवनायणी) राजकीय मेला पर्व पर सीमावर्ती राज्य हिमाचल से बड़ी संख्या में आने वाले
श्रद्धालुओं के आवागमन के लिए हिमाचल के उप मुख्यमंत्री और परिवहन मंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने प्रदेश के पर्यटन, संस्कृति एवं धर्मस्व मंत्री सतपाल महाराज से हुई बातचीत के पशयचात शिमला से हनोल और रोडू से हनोल तक के लिए बसों के संचालन की
स्वीकृति दे दी है। कैबिनेट मंत्री श्री महाराज के निर्देश पर श्रद्धालुओं के सुविधाजनक आवागमन के लिए उत्तराखंड परिवहन निगम भी हरिद्वार से प्रातः 7ः30 बजे से हरिद्वार-देहरादून-ंविकास नगर वाया चकराता से हनोल तक, देहरादून से प्रातः 6ः00 से से देहरादून-ंउतरकाशी-ंहनोल तक, देहरादून से प्रातः 7ः30 बजे रोड़वेज बस मसूरी-चकराता-ंहनोल तक चलेगी। इसके अलावा शिमला से हनोल, नैरवा-अटाल-हनोल, देहरादून विकास नगर-डामटा-बड़कोट-ंपुरोला-मोरी-ंहनोल, उत्तरकाशी से हनोल तक बसों के संचालन की व्यवस्था की गई है। इतना ही नहीं जागरे के समय टैक्सियों के रेट तय करने के साथ साथ एक सहिया से दसऊ जाने के लिए भी बस एवं टैक्सियों की व्यवस्था रहेगी। 18-19 सितम्बर को जागरे के दिन बस सेवा त्यूनी से हनोल, हनोल से त्यूनी तक चलेगी।
हनोल स्थित महासू मंदिर में 18 एवं 19 सितम्बर को देव दर्शनों के लिए जागरा (देवनायणी) राजकीय मेला पर्व पर चार विकासखंडों चकराता, कालसी, मोरी और पुरोला के 1 से लेकर 12 वीं कक्षा तक सभी -शाासकीय अशासकीय एवं निजी विद्यालयों में 18 सितम्बर को एक दिन का सरकारी अवकाश भी घोशित किया गया है।