देहरादून उत्तराखण्ड राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण नैनीताल एवं मा० जिला न्यायाधीश/ मा० अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, देहरादून के निर्देशानुसार जनपद देहरादून के राजीव गांधी नवोदय विद्यालय, नानूरखेड़ा, देहरादून में एक विधिक साक्षरता एवं जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। उक्त शिविर में सचिव/ वरिष्ठ सिविल जज, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण देहरादून हर्ष यादव, द्वारा उपस्थित प्रतिभागियों को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण देहरादून द्वारा आयोजित किए जाने वाले कार्यक्रमो लोक अदालतों एवम जनसामान्य को उपलब्ध कराए जाने वाली सुविधाएं, साइबर अपराधों आदि के संबंध में विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई।
इसके अतिरिक्त उक्त कार्यक्रम में उपस्थित प्रतिभागियों द्वारा पूछे गए सवालों के उत्तर भी दिए गए। शिविर में तहसीलदार सदर सोहन सिंह द्वारा राजस्व विभाग की विभिन्न योजनाओं एवम कार्यों के संबन्ध में भी जानकारी दी गई। शिविर में 13 मई .2023 को प्रस्तावित राष्ट्रीय लोक अदालत के बाबत भी प्रचार-प्रसार किया गया एवं पैम्पलेट्स भी वितरित किये गये तथा उक्त राष्ट्रीय लोक अदालत में अधिक से अधिक मामलें लगवाये जाने हेतु प्रेरित किया गया। अवगत कराया गया कि यदि किसी भी महिला/ व्यक्ति को अपनी समस्या के निवारण हेतु अन्यथा निशुल्क विधिक सहायता हेतु आवश्यकता हो या उनकी पेंशन/राशनकार्ड / मृत्यु प्रमाण-पत्र आदि को बनाने में किसी भी प्रकार की समस्या उत्पन्न हो रही तो वह जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, देहरादून के दूरभाष नम्बर 0135-2520873 एवं ईमेल disa deh-uk@nic-in पर सम्पर्क किया जा सकता है। माननीय उत्तराखण्ड राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, नैनीताल द्वारा उत्तराखण्ड के सरकारी कार्यालयों व न्यायालयों से सम्बंधित कानूनी सहायता हेतु ऑफलाईन सुविधा के अतिरिक्त ऑनलाईन सुविधा भी उपलब्ध करायी जाती है, जिसके सम्बंधित व्यक्ति राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण, नई दिल्ली की नियमावली के अनुसार खुद पोर्टल में लॉगइन कर प्रार्थनापत्र प्रेषित कर सकता है। यह सुविधा ऑफलाइन भी मिलेगी एवं पात्र व्यक्ति NALSA Legal Services Management System (LSMS) Online Portal पर जाकर प्रार्थनापत्र प्रेषित कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त उक्त शिविर में लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासनिक अकादमी, मसूरी से भारतीय प्रशासनिक सेवा (आई० ए० एस0) के 10 प्रशिक्षु अधिकारिओं द्वारा भी प्रतिभाग किया गया तथा उनके द्वारा उपस्थित छात्रों को प्रोत्साहित किया गया। शिविर के अन्त में सरल कानूनी ज्ञानमाला पुस्तकों का वितरण भी किया गया।