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उत्तराखंड अधिकारी कार्मिक शिक्षक महासंघ ने पारित किया निन्दा प्रस्ताव

देहरादून- उत्तराखंड अधिकारी कार्मिक शिक्षक महासंघ की वेबिनार में कार्मिकों की जान से जुड़े गोल्डन कार्ड जैसे ज्वलंत मुद्दे के प्रति सरकार की उपेक्षा के खिलाफ निन्दा प्रस्ताव पारित किया गया । वेबिनार में महासंघ की कार्यकारिणी के विस्तार पर चर्चा करते हुए तय किया गया कि महासंघ को समर्थन देते जा रहे सभी अधिकारी, कार्मिक व शिक्षक सेवा संघ के शीर्ष पदाधिकारियों को कार्यकारिणी में सम्मिलित किया जाय । आम कार्मिकों की भावनाओं के अनुरूप गठित महासंघ को लेकर कार्मिकों में व्याप्त उत्साह को देखते हुए तय किया गया कि जल्द से जल्द ब्लाक एवं जनपद स्तर पर महासंघ की कार्यकारिणी गठित की जाय। वेबिनार में कार्मिकों के बुनियादी सवालों को लेकर आगामी एक अक्टूबर को देहरादून में होने वाले धरना प्रदर्शन की तैयारियों के साथ ही शहीद स्थल पर श्रद्धांजलि कार्यक्रम की तैयारियों को भी अन्तिम रूप दिया गया ।
महासंघ के अध्यक्ष रमेश चंद्र पाण्डे की अध्यक्षता तथा महासचिव दिगम्बर फुलोरिया व संयोजक सीताराम पोखरियाल के संयुक्त संचालन में हुई वेबिनार में महासंघ के कार्यकारी अध्यक्ष दीपक जोशी ने मांगों पर विस्तार से प्रकाश डालने के साथ ही कार्यकारिणी के विस्तार हेतु सृजित पदों को सदन में रखा ।
उन्होंने कहा कि तमाम संघों का जिस उत्साह और उम्मीद के साथ महासंघ को समर्थन देने का सिलसिला जारी है, उनकी अपेक्षाओं में खरा उतरने के लिए महासंघ कोई कसर नहीं छोड़ेगा ।
महासंघ के अध्यक्ष रमेश चंद्र पाण्डे ने राज्य के सभी परिसंघों से अपील की कि वे महासंघ के प्रमुख स्तम्भ के रुप में अपनी भूमिका निभाने के साथ ही नेतृत्व करने के लिए भी खुलकर आगे आंये । महासंघ के गठन की प्रष्ठभूमि पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि रामपुर तिराहा स्थित शहीद स्थल से परिकल्पित एकता की मुहिम को साकार करने के लिए न्याय के प्रतीक गोलज्यू के दरबार में जो संकल्प लिया गया है, वह कार्य एकता मंच के संस्थापक संयोजक के नाते उनके ही हाथों से होना है और जवाबदेही के लिए छेड़ी गई एकता की मुहिम से से जुड़े हर सवाल का जवाब भी उनको ही देना है लिहाजा इस महासंघ की सर्वमान्यता वह सशक्तीकरण के लिए एकता मंच के संस्थापक मुख्य संयोजक के वैचारिक उर्जा देने की अंह भूमिका में रहेंगे । महासंघ के वजूद को लेकर उठाये जा रहे सवालों पर उन्होंने कहा कि शहीदों के सपने को साकार करने के जिस पवित्र उद्देश्य को लेकर चल रहे हैं , वह सर्वमान्य है और उस पर सवाल उठाने की कोई गुंजाइश ही नहीं है । कहा कि सभी संघों के शीर्ष स्तर पर सशक्त महासंघ होना चाहिए या नहीं के सवाल पर जनमत संग्रह कराया जाये तो सबका उत्तर यह होगा । इसी विश्वास से बड़े कदम को जो चौतरफा समर्थन मिल रहा है उससे सभी को अपने संगठनात्मक वजूद की ताकत का सुखद एहसास हो रहा है ।कहा कि एक ही मुद्दे को लेकर समानान्तर होकर आवाज उठाना कार्मिक हित में नहीं है और इस समानान्तर माहौल को पाटने के लिए ही महासंघ का उदय हुआ है । सर्वसम्मति से प्रथम चरण में जुड़े और जुड़ायें की रचनात्मक मुहिम छेड़ते हुए महासंघ को सशक्त बनाने का निर्णय लिया गया ।
पांच घण्टे चली वेबिनार को पी0के0सुयाल, प्रदेश अध्यक्ष, कौशिक, महामन्त्री, अशासकीय प्रधानाचार्य परिषद उत्तराखंड राजकीय शिक्षक संघ के अध्यक्ष के०के० डिमरी, माध्यमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष अनिल शर्मा, कलेक्ट्रेट मिनिस्ट्रियल संघ के महासचिव केशव गैरोला,के0पी0मेहता ग्राम्य विकास मिनिस्ट्रियल प्रदेश महामंत्री,बीरेंद्र गुसाईं, डिप्लोमा इंजनियरिंग संघ, सी0एस0असवाल,कृषि कर्मचारी संघ,धीरेन्द्र पाठक, मण्डल अध्यक्ष, उत्तरांचल फेडरेशन ऑफ मिनिस्ट्रीयल सर्विसेज एसोसिएशन कुमाऊं मण्डल, सीताराम पोखरियाल, मण्डल अध्यक्ष, उत्तरांचल फेडरेशन ऑफ मिनिस्ट्रियल सर्विसेज एसोसिएशन उत्तराखंड गढ़वाल मण्डल,जयदीप रावत,दीपक कान्त गैरोला,सयोंजक पौड़ी, सुशील डबराल प्राथमिक शिक्षक संघ मंत्री टिहरी, स्वरूप जोशी, प्रदेश उपाध्यक्ष,एजुकेशनल मिनिस्ट्रियल ऑफीसर्स एसोसिएशन उत्तराखंड डी0पी0चमोली,कमल नयन रतूडी, राकेश भट्ट, सतीश कुमार,भगत कंडवाल, जनपदीय सयोंजक चमोली,इमरान हुशेन,देवेन्द्र रावत हरिद्धार सयोंजक,आदि ने सम्बोधित किया ।

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