हमारे गौरवः शहीद मेजर विभूति के पराक्रम को मिला शौर्य
गौरव के वह क्षण निश्चित ही हर किसी को भीतर तक झकझोर देते हैं जब किसी को उसके साहस और पराक्रम का सबसे बड़ा सम्मान मिले और उसे लेने वाले हाथों में गर्व के साथ अजीब सा कंपंन हो, जुबां खामोश हो लेकिन आंखें बहुत कुछ बता रही हांे। जी हां ऐसा ही दृश्य उस वक्त सामने आया जब एक मां ने अपने शहीद बेट के पराक्रम को मिला शौर्यचक्र अपने हाथों से थामा।
कश्मीर के पुलवामा में 8 फरवरी 2019 में राष्ट्र की रक्षा करते हुए सैन्यभूमि उत्तराखंड के वीर सपूत मेजर विभूति ढौंडियाल शहीद हो गए थे जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में आतंकवादियों से लोहा लेने के दौरान शहीद हुए मेजर विभूति शंकर ढौंडियाल को भारत सरकार ने मरोनप्रांत उनकी वीरता और अदम्य साहस के लिए शौर्य चक्र देकर सम्मानित किया एक ऑपरेशन के दौरान पांच आतंकियों को मौत के घाट बाद देश के लिए मेजर विभूति ढौंडियाल अपने प्राण न्योछावर कर दिए थे। मेजर विभूति शंकर ढौंडियाल की पत्नी लेफ्टिनेंट नितिका कौल और मां सरोज ढौंडियाल ने उनका शौर्य चक्र ग्रहण किया।
माँ भारती के वीर सपूत व देवभूमि के लाल मेजर विभूति को सादर नमन।