पौड़ी विश्व स्तनपान सप्ताह के समापन अवसर पर विकास भवन सभागार में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में उपस्थित महिलाओं को शिशुओं को स्तनपान कराने से मिलने वाले पोषण की जानकारी दी गयी।
चिकित्सा अधिकारी परसुण्डाखाल डॉ. स्वेता शाह कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन की सिफारिश है कि माताओं को पहले 6 महिने शिशु को स्तनपान कराना चाहिए व शिशु को स्तन के दूध के अतिरिक्त अन्य भोजन या पानी नही देना चाहिए, 6 महिने से 02वर्ष की उम्र तक या उसके बाद भी स्तनपान कराते रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि मां का दूध बच्चे की रोग प्रतिरक्षक क्षमता को बढ़ाता है, इसके जरिये मां की एंटीबॉडीज बच्चे तक पहुंच जाती है। कहा कि मां का दूध बच्चे के लिये सम्पूर्ण और संतुलित पोषण है। साथ ही उन्होंने विभिन्न कार्यालयों में कार्य करने वाली महिलाओं को कहा कि वे अपने कार्य के साथ-साथ बच्चे को स्तनपान कराने के लिये समय निकालें। कार्यक्रम में गर्भवती व धात्री महिलाओं के साथ ही अन्य लोगों की स्वास्थ्य जांच की गई। इसके साथ ही कार्यक्रम में मुख्यमंत्री महालक्ष्मी किट का वितरण भी किया गया।
कार्यक्रम में जिला कार्यक्रम अधिकारी देवेंद्र थपलियाल सहित विधि भण्डारी, मेघा, अनीता धनाई, रजनी जैन, मनोज, दीपक विजल्वाण आंगनवाड़ी कार्यकत्रियां व सुपरवाइजर उपस्थित थे।