मंत्री की सख्ती से मुसीबत में मास्साब
राज्य में पहली बार ऐसा अवसर आया है जब रसूक की धाक के दम पर मानकों को तोड़ रहे मास्साबों का अहम चूर हो जाएगा। उत्तर प्रदेश, बिहार और दिल्ली में तैनात शिक्षकों को वापस आना पड़ेगा। इस तरह की प्रतिनियुक्तियां रद्द करने के लिए शिक्षा मंत्री डा धन सिंह रावत ने शिक्षा सचिव रविनाथ रमन को निर्देश दिए हैं।
रसूक वाले मास्साबों की इस धींगामुस्ती पर मंत्री बहुत सख्त हैं उन्होंने साफ कहा कि अब ऐसा नहीं चलेगा। ध्यान रहे, अगर नहीं माने तो नौकरी से हटाने में भी गुरेज नहीं होगी।
बता दें कि शासन स्तर से प्रतिनियुक्ति पांच साल के लिए होती है। लेकिन यहां अब तक शिक्षा महकमा रसूकदारों के हाथों में खेलता रहा। यहां बताया जा रहा है कि कई शिक्षक ऐसे हैं जो एक या डेढ दशक से प्रतिनियुक्ति पर हैं। अब यहां हम तो डूबे सनम तुम को भी ले डूबेंगे वाली स्थिति यह है कि जुगाड़ से प्रतिनियुक्ति पर मानकों का मखौल बनाने वाले मास्साब को बोरिया बिस्तर के साथ लौटना होगा साथ ही उन अधिकारियों पर भी गाज गिर सकती है जिनके बरदहस्त पर मास्साबों ने मानकों को कुचलते हुए मौज काटी।