भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआई ) के द्वारा पूरे देश मे जेईई मेंस के पेपर लीक मामले अपना विरोध दर्ज कराया है और और पूरे प्रदेश के प्रत्येक जिले में प्रेस के माध्यम से देश की प्रतिष्ठित एजेंसियों पर आरोप लगाए है जिसमे देश के लाखों छात्रों के सपनो के साथ खिलवाड़ करने वाले उच्च शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान व छज्। महानिदेशक के इस्तीफे की मांग की है
इस पर एनएसयूआई के प्रदेश सचिव मोहित सिंह ने कहा कि जेईई मुख्य परीक्षा का पेपर लीक होने कहा कि ऐसी प्रतिष्ठित प्रवेश परीक्षा का पेपर लीक होना बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है और सरकार को सुनिश्चित करना चाहिए कि परीक्षाओं में निष्पक्षता हो और प्रतिभाशाली बच्चों के साथ अन्याय नहीं हो।
कहा कि जब भी ऐसी घटनाएं होती हैं तो भारत सरकार उस पर पर्दा डालने का प्रयास करती है और इस काम को वह बखूबी अंजाम देती है। ‘‘जेईई-मुख्य परीक्षा में धांधली हुई है। ऐसी प्रतियोगी परीक्षाओं में बैठने वाले बच्चे तरह तरह की कठिनाइयों से जूझते है और बहुत से तैयारी करते हैं। एक राष्ट्र के रूप में हम उनकी निष्पक्ष परीक्षा लेते हैं। हमारी सरकार ऐसी घटनाओं में पर्दा डालने में माहिर है।’’ जिससे एक आम मेहनत करने वाले अभ्यर्थियों का मनोबल टूटता है ऐसे में इस परीक्षा में हुई धांधली की जांच सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में होनी चाहिए
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