चंपावत। शिवरात्रि के पर्व पर मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने चंपावत स्थित श्री सप्तेश्वर महादेव मंदिर पहुंचकर भगवान शिव के दर्शन किए। यहां उन्होंने भगवान शिव की आराधना कर मुख्यमंत्री ने प्रदेश की सुखशान्ति समृद्धि एवं खुशहाली की कांमना की।
उन्होंने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में सनातन संस्कृति की पताका पूरे विश्व में लहरा रही है और दुनिया भर के देश हमारी प्राचीन संस्कृति और उसके परम वैभव से परिचित हो रहे हैं। कहा कि आध्यात्मिक एवं धार्मिक रूप से उत्तराखंड को महादेव की भूमि माना जाता है। यही कारण है कि गढ़वाल मंडल के पर्वतीय क्षेत्रों को भगवान केदारनाथ की भूमि मानते हुए जहां केदारखंड पुकारा जाता है वहीं कुमाऊं मंडल के पर्वतीय क्षेत्रों को कैलाश मानसरोवर की भूमि मानते हुए मानसखंड कहा जाता है। यही कारण है कि केदारखंड के मंदिरों को विकसित करने के साथ ही हम मानसखंड कॉरिडोर को भी विकसित करने कि दिशा में आगे बढ़ रहे हैं, जिसके अंतर्गत कुमांऊ के गोलज्यू मंदिर, पाताल भुवनेश्वर, कोट भ्रामरी, गुरूगोरखनाथ, मॉ पूर्णागिरि, देवीधुरा, कैंचीधाम, बाल सुंदरी समेत अनेक मंदिरों को प्रथम चरण लिया है और दूसरे चरण में अन्य मंदिरों को लिया जायेगा। जिला मुख्यालय एवं टनकपुर में जनता की समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए सी.एम. कैंप कार्यालय भी खोला है। सरकार चंपावत को आदर्श जिला बनाने के लिए लगातार मिशन मोड़ में कार्य कर रही हैं। जल्द ही इसी माह चम्पावत में विकास कार्यां को लेकर एक बैठक प्रस्तावित की गई है। उन्होंने कहा कि सिप्टी वॉटर फॉल का सौंदर्यीकरण हेतु धनराशि भी आवंटित कर दी गई है। चंपावत के साथ साथ पूरे प्रदेश को आगे बढ़ाने का कार्य निरंतर जारी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि चम्पावत जिले के विकास हेतु अभी तक कुल 95 घोषणाएं की जिसमें जिसमें 45 घोषणाएं पूर्ण हो चुकी है और शेष घोषणाओं पर कार्य किया जा रहा है। टकनपुर में बनने वाले आईएसबीटी बस अडडे हेतु 58 करोड़ की धनराशि स्वीकृत हो गयी है
इस दौरान मुख्यमंत्री ने जिले के विकास हेतु विभिन्न घोषणाएं भी की जिसमें श्यामलाताल झील में पूरे राज्य के अन्दर चल रही 13 डिस्ट्रिक 13 डेस्टिनेशन के अन्तर्गत पर्यटन संस्थाओं के लिए बनी डीपीआर को जल्द ही स्वीकृति प्रदान करने किए जाने की घोषणा।
सप्तेश्वर महादेव मंदिर के पूरे स्थान का सौन्दर्यीकरण किया जायेगा और यहा के स्नान घाट एवं अन्तिम संस्कार के स्थान का पुर्ननिर्माण एवं सौन्दर्यीकरण किया जायेगा।
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने मुख्यमंत्री घोषणा अंतर्गत स्वीकृत लागत रुपए 81.97 लाख के पर्यटक आवास गृह टनकपुर का उच्चीकरण, स्वीकृत लागत रुपए 89.41 लाख के पर्यटक आवास गृह लोहाघाट का उच्चीकरण, स्वीकृत लागत रुपए 61.35 लाख के पर्यटक आवास गृह चंपावत का उच्चीकरण तथा स्वीकृत लागत रुपए 78.20 लाख के सिप्टी वाटरफाल का सौंदर्यीकरण एवं ट्रैक रूट का विकास योजनाओं का शिलान्यास किया।
इस दौरान मुख्यमंत्री द्वारा मंदिर में आयोजित होली गायन,झोड़ा गीत कार्यक्रम में भी सामिल होकर गायन किया।