अन्तर्राष्ट्रीय महिला हिंसा उन्मूलन दिवस तथा 10 दिसम्बर अन्तर्राष्ट्रीय मानव अधिकार दिवस के उपलक्ष्य में महिला हिंसा एवं भेदभाव के उन्मूलन हेतु जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन विकासखंड यमकेश्वर के बाल मैत्री शिशु संस्थान, मलेल गाँव, दिउली में किया गया। कार्यक्रम में महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल ने प्रतिभाग करते हुए कहा कि महिलाएं हर क्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन कर रही हैं तथा समाज को नई दिशाएं देने का काम कर रही हैं। इस दौरान महिलाओं एवं बालिकाओं के बुनियादी मानवाधिकार, महिलाओं के प्रति सम्मान, महिला उत्पीड़न व हिंसा के रोकथाम हेतु जागरूक किया गया।
महिला आयोग की अध्यक्षा ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में महिलाएं जागरूक तथा सशक्त हो रही हैं। महिलाएं समाज को नई दिशाएं देने का काम कर रही हैं, ये हरा सौभाग्य है। उन्होंने कहा कि हमको अपने परिवार, पड़ोस व समाज में मॉनीटिरिंग की आवश्यकता है ये ध्यान देने की आवश्यकता है कि हमारे आस पास क्या घटित हो रहा है व क्या क्रियाकलाप हो रहे हैं। कहा कि सरकार आज हमें अनेको सुविधाएं उपलब्ध करा रही है तथा हमें आवश्यकता है तो केवल जागरूकता के साथ उनकी जानकारी की।
जागरूकता कार्यक्रम के दौरान महिला उत्पीडन रोकथाम हेतु उन्हें वनस्टाप सेन्टर पौड़ी संचालक अमृता रावत व सीडीपीओ अंजू डबराल द्वारा कानूनी जानकारी दी गयी। उन्होंने वहां उपस्थित लोगों को किस प्रकार से महिलाएं अपने ऊपर हो रही हिंसा के विरुद्ध आवाज उठाये और किस प्रकार से उन्हें हर समस्या का सामना करते हुए अपनी बात वन स्टाप सेंटर, पुलिस चौकी या महिला आयोग तक पहुंचाने हेतु उसकी जानकारी भी दी। कार्यक्रम में स्वयं सेवी संस्थाओं, जनप्रतिनिधियों व जनसमुदाय को शामिल कर विकासखण्ड व ग्राम स्तर पर उत्तराखंड राज्य महिला आयोग के द्वारा महिलाओं से सम्बन्धित कानूनों केन्द्र एवं राज्य पोषित योजनाओं की जानकारी हेतु प्रशिक्षण भी दिया गया।